खुद में बदलाव लाएं, बच्चों को दें अच्छे संस्कार
बच्चों को संस्कारवान बनाने में समानुभूति का गुण विकसित करना आवश्यक है। घर में माता-पिता व स्कूल में शिक्षक इस गुण को विकसित करें।
जागरण संवाददाता, पानीपत : बच्चों को संस्कारवान बनाने में समानुभूति का गुण विकसित करना आवश्यक है। घर में माता-पिता व स्कूल में शिक्षक इस गुण को विकसित करें। एक-दूसरे को देखकर भी बच्चे समान अनुभूति का गुण स्वयं में विकसित कर सकते हैं। संस्कारशाला कार्यक्रम में शुक्रवार को दैनिक जागरण के फेसबुक पेज पर लाइव आकर यह बात हिमगीरी पब्लिक स्कूल समालखा के प्रधानाचार्य प्रमोद राठी ने बच्चों व अभिभावकों को प्रेरित करते हुए कही। बच्चों में संस्कार निर्माण के लिए अभिभावक फेसबुक से लाइव जुड़े। सोशल मीडिया पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जागरण का आभार व्यक्त किया। प्रधानाचार्य शाम 5 बजे फेसबुक पेज पर लाइव हुए। प्रमोद राठी ने कहा कि समाज में कोई बच्चा मेहनत से अच्छी पढ़ाई कर अच्छा आचरण सीखता है तो दूसरे बच्चा भी वैसा ही अनुभव करे। उसमें हीन भावना नहीं आए कि हम इस गुण को नहीं सीख सकते हैं। अभिभावक व शिक्षक की भूमिका बच्चों को प्रोत्साहित करने की है। हौसले से ही दुर्गम हिमालय की चोटी पर पहुंच कर तिरंगा फहराते हैं। बच्चे संस्कारवान बनेंगे तो समाज तरक्की करेगा। रोल मॉडल बनेंगे बच्चे कोविड 19 के दौर में वर्चुअल क्लास से बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। बच्चे यह अनुभव करते हैं कि वो दूसरे की तरह देश का अच्छा नागरिक बनें। सोशल मीडिया से जुड़ कर अच्छी चीजें सीखेंगे तो वो जीवन में काम आएगा। रोल मॉडल बन कर दूसरों के लिए मिसाल पेश करेंगे। देख कर सीखने की प्रवृत्ति बच्चों में देख कर सीखने की प्रवृत्ति ज्यादा होती है। घर में माता-पिता व बड़े भाई बहन को जैसा करते हुए देखेंगे वैसा ही सीखेंगे। इसलिए यह जरूरी है कि बच्चों में समान अनुभूति का गुण विकसित करने से पहले माता पिता स्वयं में इसे देखें। स्वयं में यह गुण विकसित कर लिए तो बच्चा देख कर ही सीख जाएगा। किसी तरह का दबाव व डांट डपट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फेसबुक पर ये टिप्स दिए -बच्चे अपने से बड़़ों का आदर करें। -ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग करें। -एक दूसरे को समान भाव से देखेंगे। -दूसरे से अच्छे गुण सीखने का प्रयास करें। -पढ़ाई के साथ साथ संस्कार भी जरूरी है। -अभिभावक बच्चों पर नजर रखें। -बच्चों को चरित्र निर्माण की प्रेरणा दें। -कोरोना संक्रमण से बच कर सभी स्वस्थ रहें।