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जिस शहर के टेक्‍सटाइल का दुनिया में नाम, वो इस वजह हो रहा बदनाम Panipat News

पानीपत टेक्‍सटाइल सिटी के रूप में जाना जाता है। दुनिया में इसके टेक्‍सटाइल का डंका है। लेकिन नकली घी की वजह से पानीपत बदनाम हो रहा है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 27 Jul 2019 02:20 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jul 2019 02:30 PM (IST)
जिस शहर के टेक्‍सटाइल का दुनिया में नाम, वो इस वजह हो रहा बदनाम Panipat News
जिस शहर के टेक्‍सटाइल का दुनिया में नाम, वो इस वजह हो रहा बदनाम Panipat News

पानीपत, जेएनएन। दुनिया में पानीपत शहर टेक्‍सटाइल सिटी के नाम से फेमस है। यहां के पर्दे से लेकर चादरें, कंबल का डंका देश दुनिया में है। बावजूद पानीपत अब बदनाम हो रहा है। यहां पर नकली घी का कारोबार फल फूल रहा है। पानीपत में बनने वाले नकली देसी घी पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बेशक चुप है, लेकिन कष्ट निवारण समिति की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के सामने मामला उबाल ले गया। इस पर मंत्री ने सीएमओ और फूड सप्लाई ऑफिसर को कठघरे में खड़ा किया। अनिल विज ने कहा, पानीपत में नकली घी बहुत बनता है। सारे हरियाणा में इसका शोर है।

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थर्मल प्लांट में एक दुकान से सैंपल लेने और संबंधित शिकायत पर कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने आए एफएसओ डॉ. श्यामलाल अपनी कार्रवाई की रिपोर्ट रखने लगे तो मंत्री बोले, मुङो पिछला कुछ नहीं सुनना बस नकली घी के मामले में कार्रवाई चाहिए। साथ ही चेताया कि कभी डाक से घी मत मंगवा लेना। मुङो पता है तुम सब मिले हुए हो। मंत्री ने एसडीएम, डीएसपी और सीएमओ की कमेटी बनाकर नकली घी बनने के ठिकानों पर छापामारी का आदेश दिया। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज शुक्रवार को लघु सचिवालय में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

ज्‍यादातर शिकायतों का समाधान
उन्होंने 14 में से अधिकतर शिकायतों का समाधान किया। देसराज कॉलोनी के सोनू गर्ग की शिकायत 10 वें नंबर पर थी। उसने कहा कि थर्मल प्लांट के शॉपिंग कांप्लेक्स में करियाना स्टोर है। इसका संचालन पुरुषोत्तम दास कर रहे है। यहां महंगा और एक्सपायरी डेट का सामान मिलता है। फूड सप्लाई ऑफिसर डॉ. श्यामलाल इसी मामले में अपनी रिपोर्ट रखने आए थे।

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डीएसपी को कहा- डोंट टेल मी
पाथरी गांव की राधा रानी के मकान का दरवाजा जबरदस्ती खोलने का मामला इस बार भी बैठक में गरमाया। पीड़िता को पुलिस सुरक्षा के बीच लाया गया। उसने आरोप लगाया कि स्टे ऑर्डर के बाद भी मकान की दीवार गिरा दी गई। डीएसपी बिजेंद्र सिंह ने बताया कि यह परिवार के सदस्यों के बीच प्रोपर्टी बंटवारे का मामला है। संबंधित एएसआइ को सस्पेंड कर दिया है। मंत्री बोले पुलिस को ताले तोड़ने का अधिकार किसने दिया है? एसपी साहब आप कानून के रक्षक हो। इसके मुताबिक चलो। एक महीने बाद पुलिस मोबाइल का पता तक नहीं लगा पाई है। डीएसपी बात रखने लगे तो मंत्री बोले डोंट टेल मी। नौकरी करनी है या नहीं।

दीपक की तलाश में पुलिस फेल, क्राइम ब्रांच को जांच
आरके पुरम के सुभाष गोस्वामी के बेटे के लापता होने की शिकायत एक नंबर पर थी। उसके साथ कॉलोनी से तीन और पीड़ित पिता पहुंचे। उन्होंने बच्चा चोर गिरोह सक्रिय होने की आशंका जताई। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बच्चों के लापता होने का मामला गंभीर है। इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए। उन्होंने इस मामले को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया।

सुरक्षा लेने के लिए पूर्व स्पीकर कादियान ने चलवाई थी गोली
तीसरी शिकायत उग्रा खेड़ी के संदीप मलिक की थी। संदीप ने कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष जगदेव मलिक के दबाव में मारपीट के मामले में कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। रहस्योद्घाटन किया कि पूर्व स्पीकर सतबीर सिंह कादियान ने सुरक्षा लेने के लिए ही उससे गोली चलवाई थी। मंत्री ने डीएसपी को कहा कि एक सप्ताह के अंदर या तो शिकायतकर्ता को झूठा साबित करें या शिकायत के अनुसार आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए। इस मामले में आरोपित गौरव मलिक ने भी अपनी बात रखनी चाही, लेकिन उसे बोलने नहीं दिया।

ढोडपुर सरपंच पर फर्जी वोट से जीतने का लगाया आरोप
ढोडपुर निवासी संदीप कुमार ने ग्राम पंचायत सरपंच पर फर्जी तरीके से पंचायत चुनाव जीतने का आरोप लगाया। वह शिकायतों और सबूतों के 11 बैग लेकर पहुंचा। उसका आरोप है कि सरपंच ने फर्जी वोटों के सहारे 2016 का चुनाव जीत लिया था। जबकि उसे हार का सामना करना पड़ा। पुलिस जून 2018 में ग्राम पंचायत सरपंच पर मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन कार्रवाई नहीं की। मंत्री ने इसकी जांच एडीसी को सौंपते हुए पुलिस की कार्रवाई रिपोर्ट अगली बैठक में पेश करने के आदेश दिए।

कंपनी पर जमीन दबाने का आरोप
पूर्व सरपंच महाबीर ने अंसल कंपनी पर गांव की आठ एकड़ जमीन दबाने का आरोप लगाया। यह जमीन रास्ते के लिए छोड़ी गई थी। कहा कि इसके अधिग्रहण से आने वाली राशि से गांव में विकास कार्य कराए जा सकते थे। उस वक्त इस रास्ते को ग्रामीणों के लिए भी छोड़ने की बात कही थी, लेकिन अब अंसल ने अपनी दीवार बना ली है। कंपनी गांव की करोड़ों रुपये की जमीन इस्तेमाल कर रही है। गांव के तालाब में भी सीवरेज डाल दिया है। अब गंदगी भरी पड़ी है। अंसल जमीन नहीं छोड़ सकती है तो ग्रामीणों को 100-100 वर्ग गज के प्लॉट ही दिए जाएं।

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