लंबी दूरी तक वाहन चलाने और बैठकर काम करने से पीठ दर्द : डॉ. मनोज
हर पांचवां व्यक्ति रीढ़ और गर्दन में दर्द से परेशान है। पहले यह बीमारी प्रौढ आयु में होती थी अब 16 से 34 वर्ष की आयु के लगभग 20 प्रतिशत युवा इस रोग से ग्रस्त हैं। लंबी दूरी तक वाहन चलाने कुर्सी पर बैठकर कई-कई घंटे तक काम करने से यह दिक्कत होती है। घबराएं नहीं 90 फीसद रोग इलाज और फिजियोथैरेपी से ठीक हो जाता है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : हर पांचवां व्यक्ति रीढ़ और गर्दन में दर्द से परेशान है। पहले यह बीमारी प्रौढ आयु में होती थी, अब 16 से 34 वर्ष की आयु के लगभग 20 प्रतिशत युवा इस रोग से ग्रस्त हैं। लंबी दूरी तक वाहन चलाने, कुर्सी पर बैठकर कई-कई घंटे तक काम करने से यह दिक्कत होती है। घबराएं नहीं, 90 फीसद रोग इलाज और फिजियोथैरेपी से ठीक हो जाता है।
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, शालीमार बाग दिल्ली में न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. मनोज खनाल ने होटल डेज में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि देर से सोने, अधिक देत तक टीवी और मोबाइल चलाने, मोटापा, शरीर में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की कमी भी दर्द की वजह हैं। न्यूरो सर्जरी विभाग के निदेशक डॉ. संजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि रीढ़ डिस्क शॉक आब्जर्वर का काम करती हैं। गलत तरीके से इस्तेमाल करने पर डिस्क सूखने लगती है।
एक ही आसन में बैठे रहने से पीठ की मांसपेशियों एवं स्पाइनल डिस्क पर पड़ने वाला दबाव दर्द का करण बनता है। डॉक्टरों ने बताया कि अब रीढ़ की सर्जरी डे केयर में बदल चुकी है और बहुत महंगी भी नहीं है। इस मौके पर संदीप भौमिक भी मौजूद रहे।