जींद, [अमन कौशिक]। हरियाणा में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल कनेक्शनों को परिवार पहचान पत्र से जोड़ा जा रहा है ताकि हरियाणा सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं का लाभ ग्रामीण उपभोक्ताओं को मिल सके। जुलाई महीने में पेयजल कनेक्शन परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ने का काम शुरू हुआ था, जिसे सितंबर महीने के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
पेयजल कनेक्शनों को परिवार पहचान पत्र के मामले में कुरुक्षेत्र व पंचकूला जिला शीर्ष पर है, जबकि नूंह जिला सबसे आखिर में है। वहीं जींद जिला इस सूची में 15वें नंबर पर आता है। प्रदेश भर में 28 लाख 27 हजार 626 पेयजल कनेक्शन हैं, जिसमें से पांच लाख 52 हजार 421 कनेक्शन परिवार पहचान पत्र से लिंक हाेने बाकी हैं।
कुरुक्षेत्र जिला टाप पर
पेयजल कनेक्शन के साथ परिवार पहचान पत्र को जोड़ने के मामले में कुरुक्षेत्र पहले स्थान पर है। इसके बाद पंचकूला, फरीदाबाद, कैथल, यमुनानगर, अंबाला, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, सिरसा, गुरुग्राम, हिसार, करनाल, पानीपत, झज्जर, जींद, फरीदाबाद, चरखीदादरी, भिवानी, सोनीपत, पलवल, रोहतक व नूंह का नंबर आता है। कुरुक्षेत्र व पंचकूला में सभी कनेक्शन परिवार पहचान पत्र के साथ लिंक किए जा चुके हैं। वहीं नूंह जिला सबसे पीछे हैं। नूंह जिले में अब तक केवल 45.25 प्रतिशत कनेकन ही परिवार पहचान पत्र के साथ लिंक हुए हैं।
जल्द ही लक्ष्य कर लिया जाएगा पूरा
जींद जिले में 75 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ताओं के कनेक्शन परिवार पहचान पत्र के साथ लिंक किए जा चुके हैं। जल्द ही सभी कनेक्शनों को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा जाएगा ताकि सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ उपभोक्ताओं को मिल सके। इसके लिए सक्षम युवाओं का सहारा लिया जा रहा है। 300 सक्षम युवाओं के लिए मुख्यालय से मांग की गई है, जबकि इस समय 90 युवा काम कर रहे हैं।
--रणधीर मताना, जिला सलाहकार, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग जींद।