कोरोना ओपीडी, आइसोलेशन वार्ड में गंदगी न दिखे : डा. संतलाल
पानीपत सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिग में बनी कोरोना ओपीडी और आइसोलेशन वार्ड में गंदगी नहीं दिखनी चाहिए। हर व्यक्ति की जिम्मेदारी सुनिश्चित करें।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिग में बनी कोरोना ओपीडी और आइसोलेशन वार्ड में गंदगी नहीं दिखनी चाहिए। हर व्यक्ति की जिम्मेदारी सुनिश्चित करें। अस्पताल की दोनों बिल्डिग में सोडियम हाइपोक्लोराइड का स्प्रे होने के आधा घंटे के बाद सफाई जरूरी कराएं।
सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बुधवार को अस्पताल का निरीक्षण करते हुए डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया को यह निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सोडियम हाइपोक्लोराइड स्प्रे से फर्श, विडो, दरवाजों आदि का मात्र 10 मिनट तक गीला रहना आवश्यक है। स्प्रे करते समय बौछार किसी व्यक्ति के ऊपर न पड़े, इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऐसा होने से उस व्यक्ति को आंखों-त्वचा में एलर्जी जैसी समस्या हो सकती हैं। कोरोना ओपीडी में जांच और स्वाब सैंपल देने पहुंचे लोगों को शारीरिक दूरी बनाए रखने की नसीहत दी।
सैंपलिग टीम से भी उनकी दिक्कतों के विषय में पूछा। निरीक्षण के समय डिप्टी सिविल सर्जन डा. नवीन सुनेजा, एमएस डा. आलोक जैन, आइसोलेशन वार्डो के नोडल अधिकारी डा. विरेंद्र ढांडा सहित आटउसोर्सिंग कंपनी का स्टाफ मौजूद रहा।
समालखा में शुरू हो सकती है सैंपलिग
सिविल सर्जन ने बताया कि एक सैंपलिग केबिन समालखा स्थित सब डिवीजनल अस्पताल में भिजवाया जाएगा। वहां भी सैंपलिग शुरू करने की प्लानिग है। इससे सिविल अस्पताल का वर्क लोड कुछ कम हो जाएगा। सैंपल एकत्र करने के बाद एंबुलेंस से लैब पहुंचाए जाएंगे। समालखा में सैंपल देने वालों को वहीं क्वारंटाइन वार्ड में रखा जाएगा। वहां के लिए टीम बनाई जा रही है।