करनाल का दहेज विवाद: अब दूल्हे पक्ष ने लगाए ये बड़े आरोप, दुल्हन पक्ष पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट
करनाल में 20 लाख रुपये व गाड़ी की कथित मांग पर शादी से इन्कार विवाद का मामला बढ़ता जा रहा है। दुल्हन और दूल्हे पक्ष में तनातनी बरकरार है। वहीं दूल्हे पक्ष ने पुलिस पर उठाए सवाल तो दुल्हन पक्ष ने जताई संतुष्टि।
करनाल, जागरण संवाददाता। शादी समारोह के दौरान फेरे से पहले कथित रूप से 20 लाख रुपये और फाच्र्यूनर गाड़ी मांगे जाने के चर्चित मामले को लेकर दोनों पक्ष दूसरे दिन भी आमने-सामने रहे। दिन भर नई पुलिस लाइन स्थित डीएसपी कार्यालय पर जमे रहे, जहां उन्होंने अपना-अपना पक्ष रखा। दूल्हे पक्ष ने जहां पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए तो वहीं दुल्हन पक्ष ने संतुष्टि जताई।
बुधवार सुबह ही दोनों पक्ष मामले की जांच कर रहे डीएसपी अभिलक्ष जोशी के कार्यालय पर पहुंच गए थे। यहां दूल्हे के भाई प्रीतम ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही है। जहां उनके बयान भी दर्ज नहीं किए गए हैं तो वहीं उन्हें दुल्हन पक्ष की ओर से कराई गई एफआइआर की कापी तक नहीं दी गई। ऐसे में उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है जबकि उन पर लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। उनका कहना है कि पूरा परिवार शादी की खुशी में था, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि अचानक ऐसे आरोप भी लगाए जा सकते हैं जबकि उसके भाई ने तो उनकी ओर से रस्मो-रिवाज के चलते दी गई सोने की चेन भी वापस कर दी थी। आडियो में भी वह गाड़ी लिए जाने से साफ मना कर रहा है तो यह भी साफ कर रहा है कि गाड़ी उन्हें चलानी तक नहीं आती। जब जरूरत होगी तो वह गाड़ी ले लेगा।
दूसरी ओर, दुल्हन के पिता योगेंद्र सिंह का कहना था कि जहां वह खुशी से अपने पूरे परिवार व रिश्तेदारों के बीच बेटी की शादी खुशी से कर रहे थे वहीं दूल्हे पक्ष के सामने आए लालच के चलते उन्हें यहां खड़ा होना पड़ रहा है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि उनकी ओर से दी गई शिकायत पर न केवल आरोपितों पर केस दर्ज किए गए हैं बल्कि राज्य महिला आयोग ने भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्हें पुलिस व कानून पर पूरा भरोसा है कि उन्हें न्याय मिलेगा और आरोपितों पर सही कार्रवाई होगी।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने नहीं की सुनवाई : प्रीतम
दूल्हे के भाई प्रीतम ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य महिला आयोग की चेयरमैन प्रीति भारद्वाज मंगलवार शाम को यहां पहुंची थीं लेकिन उन्होंने लड़की पक्ष को ही अधिक तव्वजो दी। उसके भाई व अन्य स्वजनों को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका भी नहीं दिया जबकि लड़की पक्ष की लंबे समय तक सुनवाई की जाती रही। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मामले की सही जांच की जाए।
दूल्हे पक्ष ने नहीं दी शिकायत : डीएसपी
मामले की जांच कर रहे डीएसपी सिटी अभिलक्ष जोशी का कहना है कि दूल्हे पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं दी गई जबकि उनके भी बयान लिए गए हैं। उन्होंने कुछ आडियो, वीडियो देने की बात कही है, जो जांच के दौरान शामिल कर लिए जाएंगे। आरोपित पक्ष को एफआइआर देने के लिए पुलिस बाध्य नहीं है। उधर दुल्हन पक्ष की ओर से शिकायत मिलते ही पुलिस ने दूल्हे, उसके पिता व भाई के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। मामले की गहनता से जांच की जा रही है और किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।