महिलाओं को होनेवाली यह जानलेवा बीमारी पुरुषों पर भी पड़ रही भारी, जानें इसके कारण और बचने के उपाय
क्या आपको पता है कि स्तन कैंसर पुरुषों को भी हो सकता है। शोध में पता चला है कि पुरुष भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इसके कारण और बचने के उपाय को बारे में जानना जरूरी है।
पानीपत, [राज सिंह]। महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर एक बड़ी और आम समस्या बन गई है, लेकिन क्या आपको पता है कि पुरुषों को भी यह बीमारी हाे सकती है। जी हां, पुरुष भी बड़ी संख्या में ब्रेस्अ कैंसर की चपेट में आ रहे हैं और इस तरह के केस लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में इसके कारण और इससे बचने के उपाय के बारे में जानना जरूरी है।
पुरुष भी काफी संख्या में हो रहे ब्रेस्ट कैंसर के शिकार, पीजीआइ से मिली जानकारी में खुलासा
चंडीगढ़ के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान से आरटीआइ के तहत मिली जानकारी में इस बारे में अहम जानकारी मिली है। पीजीआइ से मिली जानकारी के अनुसार, पुरुषों में ब्रेस्ट या चेस्ट कैंसर के कई मामले सामने आए हैं। डॉक्टर इसकी मुख्य वजह हार्मोन्स में असंतुलन, मोटापा, धूम्रपान और शराब सेवन आदि बता रहे हैं।
आरटीआइ से मिली जानकारी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, हार्मोन्स में गड़बड़ी और नशा बड़ा कारण
पानीपत के सेक्टर-18 निवासी एडवोकेट अमित राठी ने चंडीगढ़ स्थित अनुसंधान संस्थान से वर्ष 2015 से अप्रैल 2019 तक एडमिट कैंसर के मरीजों का डाटा मांगा था। ब्रेस्ट कैंसर, ओरल कैंसर का डाटा अलग से मांगा गया था। ब्रेस्ट कैंसर में राहत की बात यह है कि संख्या साल दर साल घटी, लेकिन पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर केसों ने चौंकाया। हालांकि, महिलाओं की तुलना में यह महज एक फीसद हैं।
आखिरी स्टेज में होती पहचान
प्रेम कैंसर हॉस्पिटल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अभिनव मुटनेजा ने बताया कि महिला और पुरुष दोनों के ब्रेस्ट टिश्यू होते हैं। महिलाओं में कई तरह के हार्मोन्स होने से टिश्यू बढ़कर पूरे ब्रेस्ट का रूप ले लेते हैं। पुरुषों में ब्रेस्ट को बढ़ाने वाले हार्मोन नहीं होते हैं। उन्होंने बताया कि अक्सर पुरुष छाती में होने वाली गांठ के दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं। यही कारण है कि छाती के कैंसर की पहचान आखिरी स्टेज में होती है। ऐसी स्थिति में मरीज की जान को खतरा हो जाता है।
यह है कारण
डॉ. मुटनेजा के मुताबिक अधिक बार रेडिएशन टेस्ट, जेनेटिक कारण, मोटापा, बढ़ती आयु, शराब का सेवन और हार्मोन्स में गड़बड़ी के कारण पुरुषों को छाती का कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है। बचाव का एक ही उपाय है, खुद को चुस्त-दुरुस्त रखो, शराब का सेवन बंद कर दें।
मरीजों का आंकड़ा
वर्ष पुरुष महिला महिला मौत
2015 0 534 17
2016 09 492 09
2017 06 487 09
2018 07 447 12
2019 05 132 06
कैंसर के कुल भर्ती मरीज और मृत्यु
वर्ष पुरुष महिला पुरुष मौत महिला मौत
2015 4789 3394 208 120
2016 4652 3461 200 127
2017 4957 3521 197 136
2018 4829 3300 191 115
2019 1620 1032 80 58
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, पुरुषों में ब्रेस्ट फैट कम होने के कारण उनमें ब्रेस्ट कैंसर जल्द फैलता है। इस पर शुरू में ध्यान नहीं देने पर यह जानलेवा हो जाता है। वैसे, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर की शुरूआती दौर में पहचान बेहद कठिन होता है। ऐसा इसलिए कि पुरुषों में महिलाओं की तरह किसी तरह की गांठ नहीं होती और शुरू में दर्द भी नहीं होता है।
ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान
- पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर होने का सबसे बड़ा संकेत होता है उनके निप्पल के आस पास खुजली और रैशेज होना। अगर ऐसा हो तो तुरंत डॉक्टर दिखाएं। अगर इसके बाद भी राहत नहीं मिलती है तो यह लक्षण ब्रेस्ट कैंसर का हो सकता है। ऐ
- यदि किसी पुरुष के निप्पल और आसपास काफी दिनों से सख्त सा महसूस हो और वहां दबाने पर दर्द हो तो यह भी ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसे में बिना देर किया किसी कैंसर विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए और ठीक से अपनी जांच करानी चाहिए।
- किसी पुरुष के निप्पल के आसपास कोई घाव या छाले हो जाएं और काफी इलाज के बाद भी यह ठीक नहीं हो रहा हो तो सावधान हो जाएं। ऐसी स्थिति में बिना देर किए डॉक्टर को दिखाएं।
- अगर किसी पुरुष के निप्पल या उसके आसपास के स्किन से ब्लीडिंग हो और काफी दर्द होता हो तो यह संकेत भी ब्रेस्ट कैंसर का हो सकता है।
- अगर किसी पुरुष को निप्पल और आसपास के जगह में कोई गांठ महसूस हो तो यह ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।
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