कोरोना संक्रमण का खौफ, पानीपत के प्रसिद्ध पाथरी मेला पर लगी रोक
आषाढ़ के हर बुधवार को लगने वाले पानीपत के पाथरी मेले में इस बार कोरोना संक्रमण का खौफ है। ऐसे में जिला प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी है।
पानीपत, जेएनएन। आषाढ़ माह के प्रत्येक बुधवार को पाथरी माता मंदिर में लगने वाले मेला पर भी कोरोना संक्रमण का ग्रहण लग गया है। भारी भीड़ जुटने को ध्यान में रखते हुए जिलाधीश धर्मेंद्र ङ्क्षसह ने मेला आयोजन पर रोक लगा दी है। कमेटी से अपील की गई है कि आयोजन न होने पाए।
गांव पाथरी स्थित माता के मंदिर में आषाढ़ और चैत्र माह के हर बुधवार को प्राचीन काल से मेला लगता रहा है। मेला में आसपास गांवों से लेकर दिल्ली, जींद, सोनीपत, गोहाना और करनाल से लोग मेला देखने आते हैं। मेले में आने वाले श्रद्धालु प्रसाद के रूप में पकवान, सूअर और मुर्गे चढ़ाते हैं। चैत्र माह (मार्च) में मेला लगा तो बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से जाम लग गया था। इतना ही नहीं, कई किमी. का जाम लग गया था। पुलिस-प्रशासन को बैरिकेट लगाकर गांव के रास्ते बंद करने पड़े थे। घटना से सबक लेते हुए जिलाधीश सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के तहत पाथरी माता मेला आयोजन पर रोक लगा दी है।
उन्होंने बताया कि आमजन के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर ये आदेश जारी किए गए हैं। श्रद्धालु मेले के लिए घरों से न निकलें। सभी नागरिकों व मेला आयोजन समिति से अपील की है कि इस बार मेला में जाने के लिए घरों से न निकलें।
प्रसाद भी सडऩे लगा था
मंदिर में चढऩे वाले प्रसाद को लेकर भी मेला कालांतर में चर्चाओं में रहा। दो पक्षों में विवाद हुआ और मामला कोर्ट पहुंच गया। नतीजा, प्रसाद मंदिर में पड़ा सडऩे लगा था। कोर्ट में मामला होने के कारण पुलिस-प्रशासन भी इस हालात पर काबू नहीं पा सका था।
सूर्यग्रहण मेले में भी न जाएं
गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के तहत कुरुक्षेत्र में 21 जून को लगने वाले सूर्य ग्रहण मेले पर भी रोक लग गई है। डीसी धर्मेन्द्र ङ्क्षसह ने सभी जिलावासियों से अपील की कि मेला में स्नान व पूजा अर्चना के लिए कोई भी नागरिक कुरूक्षेत्र न जाए।