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पानीपत की नई शुगर मिल में 150 करोड़ की लागत से लगेगा डिस्टलरी प्लांट, डीपीआर अप्रूव

पानीपत में नई शुगर मिल में प्रबंधन ने डिस्टलरी प्लांट लगाने की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके लिए नेशनल शुगर फेडरेशन के डिप्टी टेक्निकल एडवाइजर श्रीवास्तव ने दोनों ही शुगर मिल का दौरा किया है। साथ ही काम जल्दी शुरू कराने के लिए भी भरोसा दिलाया है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 04:25 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 04:25 PM (IST)
पानीपत की नई शुगर मिल में 150 करोड़ की लागत से लगेगा डिस्टलरी प्लांट, डीपीआर अप्रूव
डिस्टलरी प्लांट में 60 केएलपीडी मलाइसस बेस होगा।

पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत डाहर स्थित नई शुगर मिल में गन्ना पेराई सत्र पूरा होने के बाद मिल प्रबंधन ने डिस्टलरी प्लांट लगाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। प्लांट पर करीब 150 करोड़ रुपये की लागत आएगी। प्लांट 90 केएलपीडी का होगा। जिसकी डीपीआर रिपोर्ट तैयार हो चुकी है।

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90 केएलपीडी का एथनाल बेस होगा डिस्टलरी प्लांट

बुधवार को नेशनल शुगर फेडरेशन के डिप्टी टेक्निकल एडवाइजर (डीटीए) श्रीवास्तव ने नई व पुरानी दोनों ही शुगर मिल का दौरा किया है। साथ ही काम जल्दी शुरू कराने के लिए भी भरोसा दिलाया है। उन्होंने शुगर मिल एमडी नवदीप सिंह व इंजीनियरों के साथ डिस्टलरी निर्माण के लिए नई मिल में जगह देखी। करीब चार घंटे तक चली बैठक में प्लांट, बायलर, स्टोरेज टैंक, टरबाइन लगाने से लेकर आफिस बनाने तक की प्लानिंग की गई। वहीं पुरानी पुराने प्लांट की मशीनरी शिफ्ट करने पर भी मंथन किया गया।

प्लांट में तैयार होगा एथनाल

एमडी नवदीप सिंह ने बताया कि नई मिल में डिस्टलरी प्लांट में 60 केएलपीडी मलाइसस बेस और 30 केएलपीडी ग्रीन बेस होगा। ये एथनाल बेस प्लांट होगा। जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में भी अच्छी डिमांड है। उन्होंने बताया कि  प्लांट की डीपीआर अप्रूव हो चुकी है। इसको लिए एनजीटी से एनवायरमेंट क्लीयरेंस लेना बहुत जरूरी है। जिसको लेकर कागजात तैयार किए जा रहे हैं। जब तक डीएनआइटी तैयार होगी, तब तक उम्मीद है कि एनवायरमेंट क्लीयरेंस मिल जाएगा। इसके बाद टेंडर लगाया जाएगा। 

पुरानी मिल में प्लांट हो गया था सील

गोहाना रोड स्थित पुरानी मिल में भी 30 केएलपीडी का डिस्टलरी प्लांट लगा था। लेकिन करीब दो साल पहले एनजीटी की तरफ से प्लांट से होने वाले पर्यावरण प्रदूषण के चलते मिल प्रबंधन पर न केवल जुर्माना लगाया गया था, बल्कि प्लांट तक को सील कर दिया गया था। उसके बाद से प्लांट बंद होने के साथ सील है। प्लांट के सील होने से मिल प्रबंधन की आमदनी को काफी झटका लगा था। अब नई मिल में प्लांट से आमदनी बढ़ सकेगी। 

अगले सीजन की तैयारियां शुरू

एमडी नवदीप सिंह ने बताया कि पेराई सत्र को वीरवार सुबह से बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद प्लांट की साफ सफाई करने के साथ छोटी मोटी कमियों को दूर कर आने वाले सीजन को लेकर अभी से तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि प्लांट में जो काम बचा है, उसे पूरा किया जाएगा। ताकि आने वाले सीजन में किसी तरह की कमी आड़े न आए। एमडी के मुताबिक सप्ताह भर के अंदर एचवीपीएनएल को भी बिजली सप्लाई देने का ट्रायल लिया जाएगा।


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