रेडियोलॉजी विभाग में प्रमाणपत्र बनने से दिव्यांगों को धक्का-मुक्की से निजात
सिविल अस्पताल में बुधवार को दिव्यांगों को प्रमाणपत्र जारी करने के लिए साप्ताहिक शिविर संपन्न हुआ। ओपीडी ब्लॉक की बजाय रेडियोलॉजी विभाग में आवेदन जमा करने से दिव्यांगों को भीड़ और धक्का-मुक्की से निजात मिली।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल में बुधवार को दिव्यांगों को प्रमाणपत्र जारी करने के लिए साप्ताहिक शिविर संपन्न हुआ। ओपीडी ब्लॉक की बजाय रेडियोलॉजी विभाग में आवेदन जमा करने से दिव्यांगों को भीड़ और धक्का-मुक्की से निजात मिली। 80 प्रमाणपत्र जारी किए गए
रेडियोलॉजी विभाग, कमरा संख्या 115 के बाहर सुबह नौ बजे से ही दिव्यांग आवेदन जमा करने के लिए कतार में लगने शुरू हो गए थे। अस्पताल प्रबंधन ने एक गार्ड की ड्यूटी लगाई ताकि कतार लंबी और धक्का-मुक्की न हो सके। जैसे ही दिव्यांग पहुंचता, उससे आवेदन ले लिया जाता और बेंच पर बैठने को भेज दिया जाता। आवेदन जमा करने के बाद मेडिकल बोर्ड में शामिल डॉक्टरों ने सभी की शारीरिक जांच करते हुए, दिव्यांगता फीसद दर्ज की। इसके बाद प्रमाणपत्र जारी किए गए।
सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि दिव्यांगों को परेशानी न हो, इसके लिए डॉक्टरों और स्टाफ को सख्त निर्देश दिए गए हैं। आवेदन कंप्लीट और जरूरी कागजात संलग्न हैं तो अधिक समय नहीं लगता। इन्हें मिलती है 2250 रुपये मासिक पेंशन :
सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग की ओर से 60 फीसद दिव्यांगता की श्रेणी वालों को 2250 रुपये मासिक पेंशन प्रदान की जाती है। दिव्यांगता की सूची में अंधापन, कम दृश्यता, कुष्ट रोग, मूक-बधिर, हरकत विकलांगता, मानसिक मंदता, मानसिक रूप से बीमार को शामिल किया गया है। आवेदनकर्ता की आयु 18 साल या इससे अधिक, पांच साल से हरियाणा का निवासी होना चाहिए।