डिजिटल गांव झट्टीपुर में लटकते तार बने खतरा
जागरण संवाददाता, समालखा : जिले के डिजिटल घोषित गांव झट्टीपुर में बिजली के तारों की हालात
जागरण संवाददाता, समालखा :
जिले के डिजिटल घोषित गांव झट्टीपुर में बिजली के तारों की हालात जर्जर हो चुकी है। गलियों के बीच से जर्जर हालात में लटकते तार व खड़े लोहे के खंभे की वजह से हादसा हो सकता है। इनको बदलने को लेकर ग्रामीणों से लेकर ग्राम पंचायत तक प्रस्ताव पास कर निगम अधिकारियों को दे चुकी है लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा है।
झट्टीपुर के सरपंच एडवोकेट अशोक कुमार ने बताया कि गांव में राजकीय सीसे स्कूल के पास मंदिर के सामने से एलटी लाइन के तारों की हालात खस्ता हो चुकी है। तारजहां कई जगहों से पहले टूट चुके हैं, वहीं ढीले होकर एकदम नीचे आ चुकी हैं। सरपंच का कहना है कि जर्जर व ढीले तारों के नीचे से मंदिर में आने वाले लोगों के अलावा स्कूल आने वाले बच्चों को भी हादसे का डर बना रहता है। इसके अलावा गांव में जहां फिरनी व गलियों के बीच में कई बिजली के खंभे खड़े हैं, वहीं आठ से दस की संख्या में अभी भी लोहे के खंभे भी बचे हुए हैं, जिनमें बारिश के दिनों में करंट आने पर हादसे का भय बना रहता है। गांव में जर्जर तारों के अलावा लोहे के खंभे को बदलने व फिरनी तथा गलियों के बीच में खड़े खंभे हटवाने को लेकर उन्होंने पिछले साल जुलाई माह में प्रस्ताव पास करके निगम को भेजा था लेकिन उस पर काम करना तो दूर की बात आज तक किसी ने सुध नहीं ली है।
हर रोज टूटते हैं तार : गांव वासी राममेहर, हरि राम शर्मा, सूबे सिंह, विनोद ने बताया कि गांव में प्राइमरी स्कूल के साथ वाली गली में भी बिजली के तारों की हालात एकदम खस्ता हो चुकी है। नीचे से एलटी व ऊपर से एससी लाइन गुजरती है। एलटी लाइन के तारों की हालात एकदम जर्जर हो चुकी है। हर तीसरे दिन तार टूटकर गिरते हैं और लोगों के बिजली उपकरण खराब होने से लेकर बिजली सप्लाई प्रभावित होने पर भी परेशानी होती है। इसके अलावा बिहौली पावर हाउस से खेतों की आने वाली बिजली लाइन की हालात भी ठीक नहीं है। तारों के टूटे रहने के कारण कई कई दिनों तक सप्लाई बंद रहती है और उन्हें फसल में सिंचाई करने के दौरान खासी परेशानी होती है।