पढ़ना नहीं चाहता था, घर छोड़कर भागा किशोर दिल्ली से बरामद
माता-पिता अपने 12 वर्षीय पुत्र को पढ़ाना चाहते हैं।वह पढ़ना नहीं चाहता था। सख्ती की तो ट्रेन में बैठकर दिल्ली पहुंच गया। चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन अपना घर में रहते हुए भी उसने पता नहीं बताया।एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट (एएचटीयू)की मेहनत रंग लायी। बहन के स्कूल से किशोर का जावा कॉलोनी स्थित घर ढूंढ निकाला।
जागरण संवाददाता, पानीपत : माता-पिता 12 वर्षीय बेटे को पढ़ाना चाहते हैं। वह पढ़ना नहीं चाहता था। सख्ती की तो ट्रेन से दिल्ली पहुंच गया। चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन अपना घर में रहते हुए भी उसने पता नहीं बताया। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट (एएचटीयू) की मेहनत रंग लाई। बहन के स्कूल से किशोर का जावा कॉलोनी स्थित घर ढूंढ़ निकाला।
बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की चेयरपर्सन एडवोकेट पदमा रानी ने बताया कि किशोर 21 दिसंबर 2019 को घर छोड़कर भाग गया था और ट्रेन में बैठकर दिल्ली पहुंच गया। दिल्ली पुलिस ने उसे घूमता देखा तो सीडब्ल्यूसी-9 के समक्ष पेश किया। वहां से उसे अपना घर में भेजा गया। एएचटीयू के पुलिसकर्मियों ने मिसिग सेल पर किशोर की डिटेल देखी। जावा कॉलोनी के किशोर से डिटेल मिलती देख हेड कांस्टेबल विमल, विनोद दिल्ली स्थित अपना घर पहुंचे। काउंसिलिग में किशोर ने घर का पता करनाल का बताया, लेकिन बहन के स्कूल का पता पानीपत बता दिया। पुलिसकर्मियों ने स्कूल से पता लेकर किशोर का घर ढूंढ़ लिया।
पुलिसकर्मियों ने बुधवार को किशोर सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया। काउंसिलिग के बाद किशोर को उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया है। इस मौके पर समिति के सदस्य डॉ. मुकेश आर्य और अशोक कुमार भी मौजूद रहे।