जयकारों के बीच 101 कुंडीय गीता महायज्ञ शुरू
13 वें गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में गीता साधक मंडल द्वारा देवीमंदिर में यज्ञ शुरू हुआ।
जागरण संवाददाता, पानीपत :
13 वें गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में गीता साधक मंडल द्वारा देवीमंदिर में 101 कुंडीय होमात्मक यज्ञ शुरू हुआ। स्वामी मुक्तानंद के आने पर भक्तों ने जय-जय गुरुदेव के जयकारे लगाए। देवी मंदिर में 101 कुंड का शुद्धि पूजन किया गया। ऋषिकेश से आए आचार्यों ने महालक्ष्मी का पूजन व यज्ञ की आहुति यजमानों से अर्पित करवाई। सुबह से चला हवन दोपहर तक आत्मा, मन की शुद्धि के लिए हुआ। भक्तिमय व धर्ममय माहौल में आरती, प्रसाद भंडारे के साथ पहले दिन का यज पूर्ण हुआ।
यज्ञ में सहयोग करने वालों में बाला जी प्रचार समिति ने प्रसाद तथा कैलाशी सेवा समिति ने चरण पादुका की सेवा की। पानी की सेवा सुरेंद्र ¨सगला द्वारा की गई। महायज्ञ में नरवाना, करनाल, सफीदों से भी श्रद्धालु पहुंचे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सुधीर ¨जदल, प्रमोद गुप्ता, कैलाश, रमेश, नीटू, सुभाष बंसल, नवीन बंसल, कन्हैया गुप्ता, रमेश ¨सगला, सरोज ¨जदल, उर्मिल ¨जदल, पूजा ¨जदल, पूनम, रीना मौजूद रहे।
15 मार्च तक चलेगा महायज्ञ
पानीपत में पहली बार 101 कुंडीय यज्ञ गीता साधक मंडल द्वारा करवाया जा रहा है। देवी मंदिर ग्राउंड में फूंस का मंडप बनाया गया है जिसमें 101 कुंड स्थापित किए गए हैं। उत्तराखंड से आए आचार्य हवन यज्ञ करवा रहें हैं। गीता जयंती पर हर वर्ष 12,13,14 मार्च को स्वामी गीतानंद हवनयज्ञ करवाते थे। उनकी परंपपरा के अनुसार हर वर्ष गीता जयंती मनाई जाती है। इस बार 10 से 15 मार्च तक गीता जयंती उत्सव के रूप में 101 कुंडीय महायज्ञ किया जा रहा है।