गुरुनानक देव की शिक्षा को जीवन में उतारें : देवेंद्र गुजराल
गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को सतर्पित उनकी शिक्षा और जीवन पर आर्य पीजी कॉलेज के सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार, आइजीएनसीए और शिवाजी स्मारक समिति की ओर से गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित उनकी शिक्षा और जीवन पर आर्य पीजी कॉलेज के सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने गुरुनानक देव के जीवन कार्यों पर प्रकाश डालकर उनके आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित किया।
राष्ट्रीय सिख संगत के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र सिंह गुजराल ने कहा कि गुरुनानक देव ने जीवन जीने की सीख दी है। मानवता सबसे बड़ा धर्म है। आदमी को ही आदमी की मदद करनी होगी। गुरुनानक देव ने जीवन भर परोपकार किए हैं। स्वार्थ और लालच को छोड़कर मनुष्य को दूसरों के लिए भी जीना चाहिए। वक्ताओं ने गुरुनानक देव के जीवन पर स्वरचित कविताओं से उनकी शिक्षाओं और जीवन कार्यों पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि मेयर अवनीत कौर ने कहा कि महापुरुषों का जीवन त्याग और सहयोग की भावना से भरा हुआ है। लोगों को उनके जीवन कार्यों से प्रेरणा लेकर खुद और समाज को तरक्की के पथ पर ले जाना होगा। सांसद संजय भाटिया ने भी वक्ताओं को सुना। इस दौरान डीयू के पंजाबी एचओडी प्रो. मंजीत सिंह, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो. सुरेंद्र देवेश्वर, राष्ट्रीय सिख संगत के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री जसवीर सिंह, शिवाजी स्मारक समिति के अध्यक्ष अनिल मित्तल और भारत भूषण उपस्थित रहे।