मालगाड़ी की छत पर ले रहा था सेल्फी, तभी हुआ धमाका और गई जान
चार घंटे तक छत पर ही पड़ा रहा जला हुआ शव। 15 वर्षीय सोनू कक्षा नौ का छात्र था। सेल्फी लेते हुए किशोर का सिर हाइटेंशन तार से छू गया था। रस्सी से शव उतारा।
पानीपत, जेएनएन। सेल्फी लेने के शौक ने 15 वर्षीय नौवीं कक्षा के छात्र की जान ले ली। वह यार्ड में मालगाड़ी पर चढ़कर जैसे ही सेल्फी लेने लगा, उसका सिर हाइटेंशन लाइन से छू गया। एकदम से धमाका हुआ और वह झुलस कर वहीं ट्रेन पर गिर पड़ा। उसके साथ आए मौसेरे भाईयों ने शोर मचाया, तो आसपास के लोग पहुंचे। करीब चार घंटे बाद सहारनपुर रेलवे स्टेशन से टेक्निकल टीम आई और उन्होंने कनेक्शन काटा। इसके बाद रस्सी के सहारे शव को उतारा गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यमुनानगर की शिव कालोनी का रहने वाला था मृतक सोनू। शव चार घंटे तक ट्रेन के पास ही पड़ा रहा।
सोनू की मौसी के बेटे साहिल ने बताया, सुबह करीब साढ़े छह बजे सोनू मुझे व मेरे बड़े भाई 16 वर्षीय दीपक को साथ लेकर यार्ड की ओर से घुमाने के लिए लेकर गया। इस दौरान सोनू ने दीपक के हाथ से मोबाइल छीन लिया और यार्ड में चला गया। वहां पर मालगाड़ी हुई थी। वह गार्ड वाले डिब्बे से मालगाड़ी की छत पर पहुंच गया। उसके अगले डिब्बे की छत पर जाकर जैसे ही वह मोबाइल से सेल्फी लेने के लिए खड़ा हुआ, तो उसका सिर ऊपर से गुजर रही बिजली की तार में लगा। तुरंत धमाका हुआ और सोनू में आग लग गई। वह रेल की छत पर ही गिर पड़ा। काफी देर तक उसमें आग लगी रही। मैं व दीपक दोनों वहां से भागे और आसपास के लोगों को बताया।
दस दिन पहले यहां आए थे मौसी के लड़के
मृतक सोनू की मौसी पंजाब के पटियाला के गांव बहरूआ में है। दस दिन पहले उसकी मौसी के लड़के सोनू व दीपक यहां पर आए थे। सोनू कैंप के एसके हाईस्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ रहा था। छुट्टियां होने पर वह अपनी मौसी के लड़कों के साथ अक्सर यार्ड की ओर ही घूमता था। उसके पिता रामचंद्र मूल रूप से गोरखपुर के दादूपुर गांव के रहने वाले हैं। तीन दिन पहले वह गांव में गए थे। यहां पर मजदूरी का कार्य करते हैं।
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