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जालसाज ने सेना अधिकारियों की आंध में भी धूल झोंका

कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला छावनी से 10 साल पहले निलंबित किए गए एक कर्मी ने सेना के अधिकारियों की आंख में धूल झोंका।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 May 2018 10:49 AM (IST)Updated: Thu, 10 May 2018 10:49 AM (IST)
जालसाज ने सेना अधिकारियों की आंध में भी धूल झोंका
जालसाज ने सेना अधिकारियों की आंध में भी धूल झोंका

दीपक बहल, अंबाला

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कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला छावनी से 10 साल पहले निलंबित किए गए एक कर्मी ने रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक की गोपनीय बैठक को कैंटोनमेंट बोर्ड एम्लाइज यूनियन का फर्जी महासचिव बनकर अटेंड किया है। यह बैठक 28 मार्च 2018 को दिल्ली के उलानबातर मार्ग पर स्थित रक्षा संपदा भवन में हुई थी। इसकी शिकायत अब ऑल इंडिया कैंटोनमेंट बोर्ड एम्लाइज फेडरेशन की सदस्य एवं सांसद माला रेड्डी के साथ-साथ महानिदेशक और डीजीपी हरियाणा से की गई है। डीजीपी के आदेशों पर अंबाला पुलिस ने मामले की जांच शुरू भी कर दी है।

महानिदेशक की बैठक में हुई चूक का ठीकरा अंबाला कैंटोनमेंट बोर्ड एम्लाइज यूनियन के महासचिव व शिकायतकर्ता प्रमोद मल्होत्रा ने अंबाला कैंटोनमेंट बोर्ड के अधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्रीय महासचिव पर फोड़ा है। डीजीपी को भेजी गई शिकायत में प्रमोद मल्होत्रा ने फोटो के साथ-साथ दस्तावेज भी भेजे हैं।

हुआ यूं कि 28 मार्च 2018 को दिल्ली में एक बैठक होनी थी जिसमें देश के 62 कैंटोनमेंट बोर्ड की यूनियनों को बुलाया गया था। आरोप है कि फेडरेशन द्वारा बैठक के लिए बोर्ड के पास भी सूचना भेजी गई थी। मगर यह सूचना यूनियन को नहीं दी और बोर्ड से 10 साल पहले निलंबित व आपराधिक मामले में संलिप्त रहे कर्मी के साथ एक अन्य कर्मी को क्षेत्रीय महासचिव के साथ भेज दिया गया। जब इसकी भनक अन्य बोर्ड की यूनियन से अंबाला कैंटोनमेंट बोर्ड की यूनियन को लगी तो वह आनन-फानन में दिल्ली में पहुंच गए। जहां पर निलंबित कर्मी समेत पूर्व कर्मी मौजूद था। इतना ही नहीं निलंबित कर्मी ने क्षेत्रीय महासचिव के साथ महानिदेशक की बैठक भी अटेंड की है। शिकायतकर्ता का कहना है कि यह बैठक 3 बजे होनी थी जो 3 घंटे पहले ही खत्म हो गई। इसीलिए जब वह दिल्ली पहुंचा तो वहां पर उसे सभी लोग मौजूद मिले हैं। इसी शिकायत के आधार पर डीजीपी ने अंबाला पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं। कोट्स

मेरे संज्ञान में यह मामला है और फेडरेशन या बैठक को लेकर हमारे पास कोई सूचना नहीं आई है। इसीलिए बोर्ड की ओर से किसी को अप्वाइंट करके नहीं भेजा गया है। कोई व्यक्ति अगर बैठक में पहुंचा और उसे अटेंड किया है तो यह फेडरेशन की जिम्मेदारी है। फिर भी इस मामले को चेक कराया जाएगा।

वरुण कालिया, सीईओ, कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला छावनी। कोट्स

एसपी अंबाला की ओर से एक शिकायत आई है, जिसके बाद शिकायतकर्ता को बुलाया गया है। जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।

श्याम लाल, जांच अधिकारी, बीसी बाजार चौकी, अंबाला छावनी।


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