Cryptocurrency: क्रिप्टो करंसी के नाम पर ठगे जा रहे हैं लोग, कैथल में बढ़ रहे ठगी के मामले
कैथल के हरदीप ढूल ने आरोप लगाया कि उसने कुछ दिन पहले डेकी-क्वाइन नामक क्रिप्टो करंसी में ई-बारटर के माध्यम से 48 हजार रुपये निवेश किये थे। जिसमें पाई निवासी दिलबाग धोखे से 15 हजार रुपये ज्यादा ले गया
पूंडरी(कैथल), संवाद सहयोगी। वर्तमान में क्रिप्टो करंसी का प्रचलन काफी बढ़ गया है। लोग इसमें पैसा लगाकर खूब पैसा कमा रहे हैं। इसके साथ साथ लोग ठगी का भी शिकार हो रहे हैं। कैथल के क्षेत्र में क्रिप्टो करंसी के नाम पर ठगी के मामले सामने आने लगे है। भोले-भाले युवाओं और मध्यम वर्गीय लोगों को कुछ शातिर लोग जल्दी मालामाल और पैसे कमाने का लालच देकर उनके साथ आइडी हैक करके ठगी कर रहे है। ऐसी ही शिकायत पूंडरी पुलिस थाने को भी दी गई है।
आइडी हैक कर निकाले पैसे
शिकायतकर्ता हरदीप ढुल निवासी पाई ने पूंडरी पुलिस थाने में दी शिकायत में आरोप लगाया कि उसने कुछ दिन पहले डेकी-क्वाइन नामक क्रिप्टो करंसी में ई-बारटर के माध्यम से 48 हजार रुपये निवेश किये थे। जिसमें पाई निवासी दिलबाग धोखे से 15 हजार रुपये ज्यादा ले गया, जब उसने इसका विरोध किया तो उसने कंपनी के लोगों से मिलकर उसकी आइडी हैक कर ली। जिसके बारे में उसने पुलिस को अपनी लिखित शिकायत दे दी है। पुलिस ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्रिप्टो करंसी है क्या, कैसे होती है इसमें ठगी
क्रिप्टो कंरसी एक डिजिटल कंरसी है। कुछ कंपनियां इसमें काम कर रही है, लेकिन उस कंपनी से जुड़े हुए लोग लोगों से पैसे निवेश करवाते हैं और उन्हें डालर में निवेश करवाकर बाकायदा उनकी आइडी बनाकर प्रतिदिन करंसी में होने वाले उतार चढ़ाव को उनकी आइडी से दिखाते हैं। लगातार बढ़ती करंसी के झांसे में आकर खासकर युवा इसमें निवेश करते हैं। कुछ समय के बाद जो लोग कंपनी का आदमी बताकर जो निवेश करवाते हैं, उनके पास ही निवेशक की आइडी व पासवर्ड होता है। मौका देखते ही उनकी आइडी को हैक कर देते हैं। इसके बाद निवेशक की आइडी नहीं खुलती। इसके अलावा डालर में निवेश करते समय ग्राहक से पैसा तो ज्यादा ले लिया जाता है, लेकिन निवेश कम किया जाता है।