पांच साल में सखी सेंटर के लिए नहीं तलाश सके 500 गज जमीन
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदेश सरकार ने वर्ष 2014 में हर जिले में वन स्टॉप (सखी) सेंटर खोले जाने क
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदेश सरकार ने वर्ष 2014 में हर जिले में वन स्टॉप (सखी) सेंटर खोले जाने की घोषणा की थी। सेंटर की बिल्डिंग सिविल अस्पताल के आसपास दो किमी. की परिधि में बननी है। पांच वर्षों में भी विभागीय अधिकारी 500 वर्ग मीटर भूमि नहीं तलाश सके हैं। सरकार की सख्ती पर रेडक्रॉस बिल्डिग में सेंटर तो खोल लिया, मैन पॉवर का अभाव है।
वन स्टॉप सेंटर में घरेलू हिसा, दुष्कर्म, यौन शोषण, एसिड अटैक, दहेज उत्पीड़न आदि केसों में पीड़िताओं को एक छत के नीचे सभी प्रकार की मदद मिलनी है। पुलिस रिपोर्ट दर्ज करेगी, एएनएम प्राथमिक इलाज देंगी और जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के पैनल में शामिल वकील फ्री कानूनी मदद करेंगे। वर्ष 2014 की घोषणा पर अमल न होता देख सरकार ने जुलाई 2018 में सेंटर शुरू करने के लिए पुन: महिला एवं बाल विकास विभाग को आदेश दिए। विभाग ने अजीजुल्लापुर में भूमि भी चिन्हित की। डीसी सुमेधा कटारिया ने हरी झंडी भी दे दी। अब उस भूमि को अनुपयुक्त बताकर प्रस्ताव रद कर दिया है।
विभाग ने रेडक्रॉस बिल्डिंग के तीन कमरों में अस्थाई रूप से सेंटर खोल दिया। बेड सहित अन्य फर्नीचर रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। केंद्र प्रबंधक के रहने के लिए कक्ष नहीं है।सुरक्षा के बेहतर इंतजाम नहीं हैं। यह है स्टाफ की स्थिति :
स्वीकृत पद रिक्त पद
एक केंद्र प्रबंधिका नियुक्त
दो केस वर्कर रिक्त
तीन गार्ड दो रिक्त
दो मल्टी परपज वर्कर एक रिक्त
दो पैरा मेडिकल स्टाफ रिक्त
एक फिजियो काउंसलर ऑन कॉल
एक लीगल काउंसलर ऑन कॉल
एक आइटी ऑपरेटर नियुक्त वर्जन :
वन स्टॉप सेंटर निर्माण के लिए शहर से सटे क्षेत्रों में कई जगह देखी गई हैं। सुरक्षा, वाहनों के आवागमन सहित कई बिदुओं का ध्यान रखना है। अस्थाई रूप से खोले गए सेंटर में डीसी के आदेश पर रिक्त पदों को जल्द ही भरा जाएगा।
सरला यादव, डीपीओ-महिला एवं बाल विकास विभाग