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Nagar Nigam में भ्रष्‍टाचार, स्‍ट्रीट लाइटों के टेंडर से एक और नया विवाद Panipat News

पानीपत नगर निगम में भ्रष्‍टाचार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। स्‍ट्रीट लाइटों के मरम्‍मत की जांच अभी तक पूरा नहीं किया नया टेंडर दे दिया गया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 11:30 AM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 05:33 PM (IST)
Nagar Nigam में भ्रष्‍टाचार, स्‍ट्रीट लाइटों के टेंडर से एक और नया विवाद Panipat News
Nagar Nigam में भ्रष्‍टाचार, स्‍ट्रीट लाइटों के टेंडर से एक और नया विवाद Panipat News

पानीपत, जेएनएन। शहर अंधेरे में है। जनरेटर और गाड़ी चलाने तक को डीजल नहीं है। मेयर और पार्षद भ्रष्टाचार के एक बयान पर आमने-सामने हैं। विधानसभा सत्र से लौटने के बावजूद विधायकों ने विवाद सुलझाने का प्रयास नहीं किया। निगम में इन सब बातों पर मचे हंगामे के बीच अधिकारियों ने स्ट्रीट लाइटों की मेंटेनेंस की करीब 17 लाख का बिल मंजूर कर दिया। इसके साथ स्ट्रीट लाइटों के लाखों रुपये के नए टेंडर लगा दिए। ये मामले उस वक्त सामने आए, जब 8.5 करोड़ की स्ट्रीट लाइटों की जांच चल रही है। इसके साथ निगम में स्ट्रीट लाइटों में भ्रष्टाचार का मामला और भड़क गया है। इसके बाद भी अधिकारी सफाई देने से नहीं थक रहे।

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निगम के पास जनरेटर और गाड़ियों का तेल तक नहीं

नगर निगम के पास जनरेटर और गाड़ियों का तेल तक नहीं है। दो बोलेरो गाड़ी गत कई दिनों से तेल न मिलने पर खड़ी हैं। जेनरेटर भी ज्यादा जरूरत पर ही चलाया जाता है। बताया जा रहा है कि निगम पंप को तेल की करीब 28 लाख की पेमेंट नहीं कर पाया है। ऐसे में तेल की कमी हो गई है। निगम के एओ केके जैन ने बताया कि अकाउंट शाखा में एक भी बिल पें¨डग नहीं है। यह तकनीकी और दूसरे अधिकारियों के पास ही होंगे।

टेंडर प्रक्रिया में हो गया था विवाद

शहर को दिवाली से पहले चमकाने के लिए करोड़ों के टेंडर चुनाव से पहले लगाए थे। उस वक्त हर वार्ड की लाइटों का अलग टेंडर था। 2.5 करोड़ का एक टेंडर प्रक्रिया में ही विवादों में आ गया। ठेकेदार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर सामने आ गए थे। निगम के कुछ अधिकारी टेंडर के पक्ष तो कुछ विरोध में थे। ऐसे में टेंडर कैंसल करना पड़ा।

स्ट्रीट लाइटों के जरूरत अनुसार नए टेंडर लगाए गए हैं। ठेकेदार के बिलों पर पेमेंट करनी भी जरूरी है। मेंटेनेंस के बिलों पर 17 लाख की पेमेंट करने की जानकारी नहीं है। कमेटी की स्ट्रीट लाइटों की जांच रिपोर्ट आने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

रमेश कुमार, एसई, नगर निगम।

  • नगर निगम ने इन वाडरें में लगाए नए टेंडर
  • वार्ड-23 में 32 वाट की 200 एलईडी का 6.69 लाख का टेंडर लगाया है।
  • वार्ड-22 में 32 वार्ड की 200 एलईडी का 6.69 लाख का टेंडर लगाया है।
  • वार्ड-24 में 32 वाट की 200 एलईडी का 7.22 लाख रुपये का टेंडर लगाया।
  • वार्ड-21 में 9 मीटर टावर लाइट का 6.99 लाख का टेंडर लगाया।
  • वार्ड-21 में 30 और 32 वाट की फ्लड लाइटों का 3.16 लाख का टेंडर लगाया है।
  • वार्ड-25 में 3.34 लाख में 32 वाट की 100 एलईडी लगाई जाएंगी।
  • वार्ड-26 में 32 वाट की 100 एलईडी 3.60 लाख में लगाई जाएंगी।

बिना टेंडर के लगा दी 1.5 करोड़ की लाइटें

स्ट्रीट लाइटों में भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ 10 अगस्त को हाउस की बैठक में हुआ था। मेयर अवनीत कौर समेत पूरे सदन ने कमिश्नर ओमप्रकाश के सामने जांच की मांग उठाई। पार्षद दुष्यंत भट्ट की अगुवाई में जांच कमेटी गठित हुई। अधिकारी पहले तो जांच में सहयोग करने के बजाय टल गए। फिर आधा अधूरा रिकॉर्ड दिया गया। पहली नजर में 1.5 करोड़ की लाइटें बिना टेंडर के लगा दी गई। जांच रिपोर्ट सामने आने पर घोटाला और भी बढ़ सकता है। कमेटी चेयरमैन दुष्यंत भट्ट ने बताया कि हाउस की बैठक में जांच रिपोर्ट रखेंगे।


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