पानीपत में कोर्ट के चपरासी सहित 8 की कोरोना से मौत, कोविड के 716 नए केस आए
पानीपत में कोरेाना के कहर की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है। लोगों की लापरवाही भारी पड़ रही है। सोमवार को कोरेाना संक्रमण की वजह से पानीपत कोर्ट के चपरासी सहित आठ की कोरोना से मौत हो गई जबकि 716 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
पानीपत, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से सोमवार को आठ मरीजों की मौत की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। मृतकों में एडीजे विमल सपरा की कोर्ट का 32 वर्षीय चपरासी भी शामिल है। मृतकों में चार पुरुष व चार महिलाएं हैं। 716 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। एक दिन में संक्रमितों की यह सबसे बड़ी संख्या है।
उधर, श्मशान घाट में 16 शवों का अंतिम संस्कार कोविड गाइडलाइन के तहत किया गया। इनमें चार दूसरे राज्यों-जिलों के थे। 451 मरीज रिकवर भी हुए हैं। सिविल सर्जन डा. संजीव ग्रोवर ने बताया कि मृतक कोर्ट का कर्मचारी काबड़ी रोड का निवासी था। एनसी मेडिकल कालेज में उसकी मौत हुई है।
इसके अलावा रेलवे रोड समालखा वासी 50 वर्षीया महिला, सेक्टर-छह वासी 53 वर्षीया महिला, 52 वर्षीय पुरुष, राजपुर वासी 50 वर्षीया महिला, सुभाष नगर वासी 47 वर्षीय पुरुष, बलाना गांव वासी 67 वर्षीय पुरुष और कुटानी रोड वासी 78 वर्षीया महिला है। दो की मौत एनसी मेडिकल कालेज इसराना, दो की सिविल अस्पताल में हुई है। बाकी की मृत्यु निजी अस्पतालों में हुई। विभिन्न अदालतों के नौ कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई है। जेल में पांच बंदी संक्रमित मिले हैं।
सोमवार को एक साल की बच्ची से लेकर 87 साल के बुजुर्ग संक्रमित मिले हैं। 1205 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। अभी तक पानीपत में कुल पाजिटिव 22 हजार 469 केसों में से 5641 एक्टिव हैं। 16 हजार 263 रिकवर हो चुके हैं। 290 मरीज अपने पते से लापता हैं और 275 मरीज दम तोड़ चुके हैं।
अदालतों के 30 से अधिक कर्मचारी हो चुके संक्रमित
जिला अदालतों के विगत डेढ़ माह में 30 से अधिक कर्मचारी पॉजिटिव मिल चुके हैं। इतना ही नहीं, सेशन जज के अलावा चार एडीजे भी होम क्वारंटाइन हैं। जजों के पारिवारिक सदस्य भी संक्रमित मिले हैं। जिला बार एसोसिएशन से जुड़े वकील भी संक्रमित मिलते रहे हैं।
सीआइएसएफ के पहरे में ऑक्सीजन
सिविल अस्पताल में रोजाना लगभग एक टन ऑक्सीजन गैस की खपत हो रही है। सोमवार को रिफाइनरी से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और पुलिस की सुरक्षा में गैस का टैंकर पहुंचा। बता दें कि अस्पताल स्थित ऑक्सीजन टैंक की क्षमता छह हजार लीटर की है। पहले यह टैंकर माह में एक बार रिफिल कराना पड़ता था।
जनसेवा दल की नहीं चल रही एंबुलेंस
जनसेवा दल की एंबुलेंस भी नहीं चल पा रहीं। ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहा। दल के सचिव चमन गुलाटी ने बताया कि वे लोग कोरोना संक्रमित शवों का संस्कार करा रहे हैं। उनकी ही एंबुलेंस को ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहे। मरीजों को धक्के खाने पड़ रहे हैं। सोमवार को कोरोना के 16 लोगों का संस्कार किया गया। प्रशासन मरीजों की मदद करे। एंबुलेंस को सिलेंडर उपलब्ध कराए।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें