Coronavirus effect: दिल्ली जाने वाली तीन ट्रेन रद, सिर्फ जरूरी केसों की सुनवाई, समागम स्थगित
कोरोना वायरस के चलते तीन ट्रेनों को रद कर दिया गया है। इसके अलावा अंबाला में सिर्फ जरूरी केसों की सुनवाई होंगी। वहीं मेला भी नहीं लगेगा।
पानीपत, जेएनएन। कोरोना वायरस के संभावित खतरे के मद्देनजर सरकार के साथ-साथ प्रशासन ने भी कवायद शुरू कर दी है। कहीं ट्रेनों को रद कर दिया गया है तो कहीं सिर्फ जरूरी केसों की सुनवाई के आदेश आए हैं। वहीं समागम, मेला और मंदिर के पट तक बंद कर दिए गए हैं।
रेलवे ने भी यात्रियों की सुरक्षा के लिए कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत फिलहाल दिल्ली आने-जाने वाली तीन ट्रेनों को 30 मार्च तक के लिए निरस्त किया गया है। इन ट्रेनों में यात्रियों की संख्या भी कम हो रही है।
ये ट्रेनें रद
इनमें ट्रेन संख्या 14035-14036 अंबाला कैंट-दिल्ली एक्सप्रेस, 14525-14526 अंबाला-श्री गंगानगर-अंबाला एक्सप्रेस को 30 मार्च तक के लिए रद किया गया है। इसके अलावा ट्रेन संख्या 12047-12048 नई दिल्ली-फिरोजपुर-नई दिल्ली एक्सप्रेस 29 मार्च तक नहीं चलेगी।
कोच को सैनिटाइजर स्प्रे से किया जा रहा साफ
रेलवे की ओर से यात्रियों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क आदि लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं करीब 14 ट्रेनों को सैनिटाइजर किया गया है। इन ट्रेनों के कोच में सैनिटाइजर स्प्रे का रोजाना छिड़काव किया जा रहा है। बाहर से भी कोचों को साफ-सुथरा करने में रेलवे की टीम जुटी है।
कम हो गई थी यात्रियों की संख्या
हम लगातार कोरोना से बचने के लिए यात्रियों को सुविधा मुहैया करा रहे है। इस वायरस के चलते फिलहाल तीन ट्रेन रद कर दी गई है। इन ट्रेनों में यात्रियों की संख्या भी कम हो गई थी।
हरि मोहन, सीनियर डीसीएम।
31 मार्च तक जरूरी केसों की ही होगी सुनवाई
अब जिला अदालतों में सिर्फ जरूरी केसों की ही सुनवाई होगी। यह प्रक्रिया 31 मार्च तक चलेगी। कोरोना के चलते पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस कारण पेशी पर न आने वाले लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी। क्योंकि यदि वह अदालत में नहीं पहुंचते तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। अदालत में सिर्फ जमानत, अग्रिम जमानत और स्टे के मामले ही सुने जाएंगे।
हाईकोर्ट को लिखा था पत्र
अंबाला बार एसोसिएशन प्रधान रोहित जैन की ओर से बीते दिनों पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट को पत्र लिखे गए थे। जिसमें कहा गया था कि जिला अदालत में रोजाना करीबन दस हजार के करीब लोग पहुंचते हैं। इस कारण कोराना वायरस फैलने का भय है। इससे बचाव के लिए मामलों को कुछ समय के लिए स्थगित किया जाए। अदालत में सिर्फ जरूरी मामलों की ही सुनवाई की जाए। क्योंकि इसके अगले दिन हाईकोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन की मीङ्क्षटग थी, जिसमें कोरोना को लेकर निर्णय लिया जाना था। इसके बाद वकील हाईकोर्ट के निर्णय का इंतजार कर रहे थे। अब हाईकोर्ट ने कोरोना को लेकर डिसीजन ले लिया है। जिसमें सिर्फ जरूरी केसों की ही सुनवाई की जाएगी।
जमानत और स्टे के मामले ही सुने जाएंगे
जिला की अदालत में अब सिर्फ जमानत, अग्रिम जमानत और स्टे के मामलों की ही सुनवाई होगी। इसके अलावा अन्य मामलों को 31 मार्च तक टाल दिया गया है। इसके अलावा अदालत परिसर में भी हर कोई एंट्री नहीं कर सकेगा। अदालत में केस से जुड़े सिर्फ एक ही व्यक्ति को जाने दिया जाएगा। एडवोकेट भी संबधित केस से ही जा सकेगा।
ऐतिहासिक स्थलों पर ताला
पानीपत के ऐतिहासिक स्थलों पर ताला लगा दिया गया है। काला अंब, काबुली बाग, इब्राहिम लोधी पार्क और प्रमुख स्थलों पर ताला लगा है। पयर्टकों को इन जगहों पर नहीं जाने दिया जा रहा है।
कैथल सूर्य कुंड मंदिर में लगने वाला राष्ट्रीय स्तरीय मेला स्थगित
शहर के माता गेट स्थित प्राचीन सूर्य कुंड मंदिर में चैत्र नवरात्र में लगने वाला राष्ट्रीय स्तरीय मेला कोरोना वायरस के चलते स्थगित कर दिया है। मंदिर प्रशासन ने इस बारे में जानकारी देते हुए मंदिर के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया और एसपी और डीसी को भी पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है। सूर्यकुंड मंदिर में स्थित काली और शीतला माता मंदिर में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रांतों से करीब दो से ढ़ाई लाख लोग तीन दिवसीय मेले में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। इनमें बाजीगर समाज के लोगों की संख्या ज्यादा रहती है। मंदिर के महंत राजेश्वर पुरी ने बताया कि कोरोना के चलते मेला स्थगपित करने का फैसला लिया है।
महाभारत कालीन है सूर्यकुंड
महाभारत काल के दौरान महाराजा युधिष्ठर ने नवग्रह कुंडों की स्थापना की थी। कैथल के बीचों-बीच नवग्रह कुंडों के नाम से चौक भी स्थापित है। सूर्यकुंड को छोड़ दें तो अन्य कुंडों की हालत बद से बदतर है। इस सूर्यकुंड में ही ये दोनों मंदिर स्थित हैं, जहां चैत्र नवरात्र के पहले दिन मेला शुरू हो जाता है। अब इस मेले को लेकर तैयारियों जोरों पर चल रही थी, लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते मंदिर प्रशासन ने इसे स्थगित कर दिया है। तीन दिवसीय मेले में लाखों श्रद्वालुओं के आने से खिलौना, प्रसाद व अन्य सामान की दुकान लगाने वाले लोगों में मायूसी है। खिलौनों का काम करने वाले राजीव का कहना है कि हर साल लगने वाले मेले में दुकान लगाते थे, लेकिन इस बार मेला नहीं लग रहा है तो काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
विवाह समारोह में 200 से ज्यादा व्यक्तियों के बुलाने पर प्रतिबंध
कोरोना का प्रभाव हर जगह देखने को मिल रहा है। जिला प्रशासन ने अब 200 से ज्यादा व्यक्तियों के किसी समारोह में बुलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक पैलेस के मालिक ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से आदेश मिले हैं कि यहां होने वाले शादी समारोह में 200 से ज्यादा व्यक्तियों को एक साथ एकत्रित न किए जाए। वैसे तो सरकार और प्रशासन के ये निर्देश पब्लिक हित के लिए हैं, लेकिन जो शादी का कार्यक्रम कर रहे हैं, उन्हें इस बारे में वे कैसे कह सकते हैं कि लोगों को कम बुलाओ।
पानीपत में पाथरी में शीतला माता मंदिर आज से, गांवों में मुनादी कम लोग पहुंचें
पाथरी में बुधवार रात 12 बजे के बाद से शीतला माता का मेला शुरू हो जाएगा। हर वर्ष यहां हजारों लोग पहुंचते हैं। जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के कारण आसपास के गांवों में मुनादी कराई है कि यहां कम लोग पहुंचें। उरलाना चौकी प्रभारी एएसआइ रोहताश कुमार ने बताया कि मेले में भारी भीड़ को देखते हुए 300 महिला व पुरुष पुलिस कर्मी भेजने के लिए उच्चाधिकारीयों को पत्र लिखा गया है। जिला उपायुक्त को पत्र लिख डॉक्टरों की टीम व ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की मांग की गई है। पाथरी स्थित शीतला माता मंदिर पर चैत माह के हर बुधवार के दिन पूजा होती है। साल में दो बार यहां पर मेला लगता है। पूरे भारतवर्ष के हर राज्यों से श्रद्धालु आते हैं।
हाईकोर्ट के आदेशों के बाद एक वर्ष पहले चढ़े प्रसाद का हुआ उठान
गांव पाथरी में मंदिर को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा है। इसी कारण कई बार प्रयास के बाद भी प्रसाद का उठान नहीं हुआ था। हाई कोर्ट के आदेश अनुसार ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार इसराना जगदीश चंद्र की देखरेख में सड़ चुके प्रसाद का उठान हो चुका है।
आसन कलां के बाबा जोध सचियार गुरुद्वारे में समागम रद
आसन कलां के गुरुद्वारा बाबा जोध सचियार में 27, 28 व 29 मार्च को होने वाले तीन दिवसीय संत समागम को कोरोना वायरस के कारण रद कर दिया गया है। इस समागम में देश-विदेश से काफी संख्या में श्रद्धालु व रागी जत्थे भाग लेते हैं। प्रबंधन समिति के भाई सतनाम सिंह जोधका ने बताया कि इस समय समागम करने का फैसला ठीक नहीं रहेगा। कमेटी के सदस्य पूर्व सरपंच जुगल किशोर ने बताया कि आगामी तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी।