कोरोना ने रोकी ठोस कूड़ा प्रबंधन की रफ्तार
वीसी में नगर निगम आयुक्त को कहा गया कि वे चंडीगढ़ में भवन निर्माण के दौरान सीएंडडी वेस्ट निष्पादन के लिए डेवलप की गई साइट का विजिट करें। इस तरह की साइट पानीपत में बनवाई जा सकती है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेशों के मुताबिक जिला स्तर पर ठोस कूड़ा प्रबंधन किया जाना है। इसके लिए एनजीटी के निर्देश पर मानीटरिग कमेटी भी गठित की गई। इसमें सेवानिवृत्त जस्टिस प्रीतपाल, सेवानिवृत्त मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी, बाबूराम शामिल है। कमेटी ने वीसी के माध्यम से शनिवार को तीनों डिविजन करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद निगमों रिव्यू मीटिंग ली। मीटिग में तीन डिविजन के कमिशन्र, नगर निगम आयुक्त, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों सहित डीसी शामिल रहे।
वीडियो कांफ्रेंस में केस में जानकारी मांगी गई। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत डोर टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, कूड़ा उठाने वाले वाहनों की संख्या, होटल, ढाबों से निकलने वाले कूड़े के प्रबंधन, प्लास्टिक वेस्ट, प्लास्टिक के खिलाफ चालान, स्टोरेज रूम बनाने, कूड़ा के निष्पादन के लिए डंपिग व्यवस्था करने, कूड़े को अलग-अलग करने की सुविधा उपलब्ध करवाने, पार्को में कूड़ा प्रबंधन, सीएनडी वेस्ट की जानकारी ली गई।
कमेटी ने स्पष्ट किया कि यह सभी कार्य टाइम बाउंड हैं, जो समय पर पूरे नहीं हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में एनजीटी हर्जाना लगा सकती है। अधिकारियों ने कूड़ा प्रबंधन मे देरी के लिए कहा कि लॉकडाउन लगने से देरी हुई है। पानीपत के अधिकारियों ने कहा कि मुरथल में अप्रैल तक कूड़ा प्रबंधन के लिए बनाया जा रहा प्लांट चालू होना है। उसके चालू होने पर कूड़े का प्रबंधन हो जाएगा।
वीसी में नगर निगम आयुक्त को कहा गया कि वे चंडीगढ़ में भवन निर्माण के दौरान सीएंडडी वेस्ट निष्पादन के लिए डेवलप की गई साइट का विजिट करें। इस तरह की साइट पानीपत में बनवाई जा सकती है। पार्को में कूड़े के प्रबंधन के कम्पोजिट पीट बनाए जाएं। जहां कूड़ा डाला जा रहा है वहां पौधारोपण किया जाए। बैठक में ठोस कूड़ा प्रबंधन के लिए अब तक किए गए कार्यो की जानकारी चीफ इंजीनियर महिपाल सिंह ने दी।