अक्षय तृतीया पर सर्राफा कारोबारी मायूस, 30 करोड़ का होता था काम
अक्षया तृतीय पर सराफा कारोबारियों का करीब 30 करोड़ का काम नहीं हो सका।
जागरण संवाददाता, पानीपत : अक्षया तृतीय पर सराफा कारोबारियों का करीब 30 करोड़ का काम नहीं हो सका। इस दिन का इतना अधिक महत्व है कि करोड़ों रुपये की सोने चांदी की बिक्री होती है। कोरोना महामारी के कारण बाजार लॉकडाउन रहे। ऑनलाइन फोन पर ही बुकिग की गई। एक दिन पहले कारोबारियों ने डीसी से दो तीन घंटे बाजार खोलने की अनुमति मांगी थी, लेकिन बाजार खोलने की अनुमति नहीं मिली। अक्षय तृतीय पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। ज्वैलर्स ने सोने-चांदी की बुकिग की है। टोकन मनी ली गई है। लॉकडाउन खुलने के बाद इसी भाव के हिसाब से डिलीवरी की जाएगी। पानीपत 280 दुकानें
शहर में सर्राफा कारोबारियों की छोटी-बड़ी 280 दुकानें, शोरूम हैं। हर वर्ष 50-60 करोड़ का कारोबार अकेले अक्षय तृतीया पर होता है। इस बार बाजार नहीं खुलने से 30 करोड़ का काम नहीं हो सका। सर्राफा कारोबारी राजेश सूरी ने बताया कि पिछले वर्ष से भी बदतर हालत इस बार रही। पिछले वर्ष लॉकडाउन में दुकानें बंद होने के बावजूद भी डिलीवरी दी गई। इस बार बीमारी अधिक खतरनाक होने के कारण कारोबारियों ने रिस्क नहीं लिया। बुकिग की गई, डिलीवरी बाद में देंगे
दुर्गा ज्वैलर्स के विजय वर्मा ने बताया कि बाजार बंद रहे। अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदी का शुभ होने के कारण टोकन मनी लेकर बुकिग की गई है। आज के ही भाव पर लॉकडाउन खुलने के बाद डिलीवरी दी जाएगी। व्यापारियों ने बताया कि कोरोना के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए किस्तों में भुगतान लेने पर बुकिग की गई है। ताकि लोग खरीदारी कर सकें।