करनाल में रेलवे फाटक पर अधर में लटका पुल निर्माण, धरने पर बैठे सरकारी स्कूल के छात्र
कोहंड रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज और अंडरब्रिज का निर्माण कार्य 2018 में शुरू हुआ था। निर्माण की दो वर्ष की समय सीमा निर्धारित थी लेकिन चार साल बीतने पर भी निर्माण पूरा नहीं हो पाया। अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन कोहंड सरकारी स्कूल के छात्र धरना स्थल पहुंचे।
घरौंडा(करनाल), संवाद सहयोगी। करनाल के कोहंड रेलवे फाटक पर अधर में लटके पुल निर्माण को लेकर अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन सरकारी स्कूल के छात्रों ने प्रदर्शन किया। छात्रों ने ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और जल्द पुल का निर्माण कार्य शुरू करवाने की आवाज उठाई। ग्रामीणों व छात्रों का कहना है कि जब तक पुल निर्माण शुरू नहीं होता, प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रशासन कोई एक्शन नहीं लेता तो वे अपने स्कूल बैग के साथ धरनास्थल पर बैठकर पढ़ाई करेंगे।
2018 में कोहंड रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज और अंडरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। निर्माण की दो वर्ष की समय सीमा निर्धारित थी लेकिन चार साल बीतने पर भी निर्माण पूरा नहीं हो पाया। अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन कोहंड सरकारी स्कूल के छात्र धरना स्थल पहुंचे। छात्रों ने एक स्वर में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और शासन-प्रशासन से पुल निर्माण को लेकर जवाब मांगा।
रेलवे ट्रैक पार करना पड़ता
छात्र रमन कुमार, सुनील और सौरभ का कहना है कि जब वे घर से स्कूल तक आवागमन में रेलवे ट्रैक पार करना पड़ता हैं। अंडरपास से वाहन निकलते रहते हैं और कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। ऐसे में रेलवे ट्रैक क्रास करना उनकी मजबूरी है। इससे जान का जोखिम बना रहता है।
85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है
ग्रामीण अशोक कुमार, बलराम, प्रेम कुमार, विक्रम ने बताया कि पुल का 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। पुल के एस्टीमेट को रिवाइज किया गया है। चार दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है। शासन या प्रशासन के किसी भी नुमाइंदे ने आकर प्रदर्शनकारियों से बातचीत नहीं की। न ही कोई ठोस आश्वासन दिया। ग्रामीणों और छात्रों को जिस समस्या का सामना करना पड़ रहा है, वह सिर्फ यहां के बाशिंदे समझ सकते हैं। पुल के रूप में ग्रामीणों और दुकानदारों के सामने एक बड़ी दीवार खड़ी कर दी गई है जिसका कोई इस्तेमाल नहीं है। जल्द काम शुरू नहीं हुआ तो छात्र धरनास्थल पर ही बैठकर पढ़ाई करेंगे।