शिक्षा के क्षेत्र प्रतियोगिता का होना जरुरी : न्यायधीश इंद्रा बनर्जी
करहंस स्थित गीता इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ में दो दिवसीय नेशनल मूट कोर्ट कंपीटीशन की शुरुआत हुई। शुभारंभ सुप्रीम कोर्ट की न्यायधीश इंद्रा बनर्जी ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। सीजेएम अमित शर्मा और डीजेएम मनीषा बत्रा वशिष्ठ अतिथि रहे। दसवें मूट कोर्ट का आयोजन देश के पूर्व मुख्य न्यायधीश जस्टिस दीपक मिश्रा के नाम से किया है।
जागरण संवाददाता, समालखा
करहंस स्थित गीता इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ में दो दिवसीय नेशनल मूट कोर्ट कंपीटीशन की शुरुआत हुई। शुभारंभ सुप्रीम कोर्ट की न्यायधीश इंद्रा बनर्जी ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। सीजेएम अमित शर्मा और डीजेएम मनीषा बत्रा वशिष्ठ अतिथि रहे। दसवें मूट कोर्ट का आयोजन देश के पूर्व मुख्य न्यायधीश जस्टिस दीपक मिश्रा के नाम से किया है। प्रतियोगिता में देश भर के विभिन्न लॉ संस्थानों से 32 टीमें भाग ले रही है।
मुख्य अतिथि न्यायधीश जस्टिस इंद्रा बनर्जी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र इस तरह की प्रतियोगिता का होना बहुत जरुरी है। विशिष्ट अतिथि एडवोकेट नवीन जग्गी ने कहा कि वकालत के लिए अनुशासन और नियमित मेहनत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वकील और जज दोनों ही कोर्ट के ऑफिसर होते है। दोनों को न्यायतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए कोर्ट आने से पहले कड़ी मेहनत व तैयारी करनी चाहिए।
कॉलेज के डीन डॉ. धर्मेंद्र पटियाल और रजिस्ट्रार डॉ. सुभाष मित्तल ने बताया कि प्रतियोगिता का आयोजन दो सत्रों में हुआ। प्रथम सत्र में सभी टीमों के दो राउंड होंगे। इसके बाद टॉप 8 टीमों को क्वार्टर फाइनल के लिए चुना जाएगा। उन्होंने बताया कि क्वार्टर फाइनल व फाइनल राउंड का आयोजन रविवार को होगा। इसके बाद शाम को छात्रों के लिए स्टार नाइट का भी आयोजन होगा। जहां पंजाबी गायक व अभिनेता आरनेत अपनी परफॉरमेंस देंगे।
इस मौके पर डॉ. किरन दलाल, एडवोकेट नवीन जग्गी, महासचिव गीता बंसल, वाइस चेयरमैन निशांत बंसल और अंकुश बंसल मौजूद रहे।