ड्रेन में जहर घोल रहा डाई हाउस का केमिकलयुक्त पानी
जागरण संवाददाता पानीपत शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली ड्रेन-1 में हजारों लीटर केमिक
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली ड्रेन-1 में हजारों लीटर केमिकल युक्त पानी बहाया जा रहा है। जो यमुना को प्रदूषित कर रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी रंगीन पानी छोड़ने वाले फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठा रहे।
पानीपत में हैंडलूम का कारोबार है। ड्रेन-1 काबड़ी गांव से शुरू होकर सेक्टर-6, रेलवे लाइन, देवी मंदिर, बबैल नाका से डाडौला गांव में मेन ड्रेन में मिलती है। जिसका पानी यमुना में जाता है। देवी मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में कंबल व हैंडलूम उत्पाद बनाने वाली कई औद्योगिक यूनिटें लगी हैं। डाई हाउसों के मालिक चोरी छिपे केमिकल वाला पानी ड्रेन में बहा देते हैं। वीरवार सुबह 11 बजे के हजारों लीटर रंगीन पानी इस ड्रेन में डाला गया। एक किलोमीटर की लंबाई में ड्रेन में लाल रंग का पानी बह रहा था। 12 अगस्त को ऐसा ही मामला मॉडल टाउन में हाली पार्क के पास जनस्वास्थ्य विभाग के पंपिग स्टेशन में सामने आया था। प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई के नाम पर तीन सैंपल भर कर मामला रफा-दफा कर दिया था।
रात को करते हैं रंगाई
ड्रेन के किनारे रहने वाले लोगों ने बताया कि रात को रंगाई करने के बाद सुबह में पानी ड्रेन में बहा देते हैं। ड्रेन कभी लाल, कभी नीली.कभी काली हो जाती है। सख्त कार्रवाई न होने से फैक्ट्री मालिकों के हौसले बुलंद हैं।
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बरसाती पानी की निकासी के लिए ड्रेन है। फैक्ट्री और डाइहाउसों का रंगीन पानी ड्रेन में छोड़ना सख्त मना है। प्रदूषण विभाग को इसे देखना चाहिए।
कर्मवीर, एसडीओ, सिचाई विभाग
पानीपत।