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सीएम को झटके लगे तो चढ़ा पारा, चीफ इंजीनियर के छूटे पसीने, हुआ कुछ ऐसा

सीएम मनोहर लाल पिहोवा में विधायक जसविंद्र सिंह संधू के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए करनाल जा रहे थे। बीच में सड़क खराब होने पर उन्होंने पीडब्ल्यूडी चीफ इंजीनियर को फटकार लगाई।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Mon, 28 Jan 2019 07:38 PM (IST)Updated: Wed, 30 Jan 2019 11:00 AM (IST)
सीएम को झटके लगे तो चढ़ा पारा, चीफ इंजीनियर के छूटे पसीने, हुआ कुछ ऐसा
सीएम को झटके लगे तो चढ़ा पारा, चीफ इंजीनियर के छूटे पसीने, हुआ कुछ ऐसा

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। सड़क बनवाने के लिए भले ही लोग कितने भी चक्कर काटते रहें, लेकिन अधिकारी नहीं सुनते। जब सीएम साहब को झटके लगे तो आनन फानन में अधिकारियों के कान खड़े हो गए। सीएम मनोहर लाल ने उन्हें मौके पर बुलाकर फटकार लगाई। मामला पिहोवा से कैथल के ढांड और उसके बाद गांव कौल के बीच की सड़क में गड्ढे का है। विस्तृत खबर के लिए पढ़ें दैनिक जागरण की ये खबर।

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को पिहोवा से करनाल जाते समय रास्ते में खस्ता हाल पड़ी सड़क को देखकर लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ को फटकार लगाई है। उन्होंने इंजीनियर इन चीफ को आदेश दिए कि इस सड़क की शीघ्र मुरम्मत की जाए। यह सड़क कैथल के ढांड और उसके बाद गांव कौल से होते हुए करनाल निकलती है। 

उत्तर प्रदेश के वाहनों का भी रहता दबाव
करनाल में मेरठ रोड से सीधे पिहोवा तक पहुंचने वाली इस सड़क पर वाहनों का काफी दबाव रहता है। उत्तर प्रदेश से पंजाब की ओर जाने वाले ज्यादातर वाहन इसी सड़क का इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ-साथ स्टेट हाइवे नंबर नौ पर कई बड़े गांव और कस्बे लगते हैं। इस सड़क के खस्ता हाल होने पर पिछले कई माह से इन्हीं गांवों के हजारों लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही थी। इस सड़क पर मुख्यमंत्री का काफी लंबे समय बाद आना हुआ था।

साल भर पहले आए थे सीएम तो दैनिक जागरण ने उठाई थी समस्या 
मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगभग साल भर पहले भी अपने चलो गांव की ओर कार्यक्रम के तहत पुंडरी हलके में पहुंचे थे और उनका रूट इन्हीं सड़कों से निकला था। उस समय  भी इन सड़कों की हालत खस्ता थी। अब एक साल बाद सड़कों की हालत और बदतर हो गई थी। उस समय दैनिक जागरण ने इस समस्या को प्रमुखता से उठाते हुए कैथल जागरण में समाचार प्रकाशित किया था। उसके बाद भी आज तक किसी ने इस मुख्य सड़क की सुध नहीं ली थी। अब सीएम को दोबारा इस सड़क पर पहुंचने पर झटके लगे तो उन्होंने इंजीनियर इन चीफ को फटकार लगाई है। 

गुमथला गढू से करनाल के लिए निकले थे सीएम 
मुख्यमंत्री पिहोवा के गांव गुमथला गढू से करनाल के लिए निकले थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल जैसे ही गांव गुमथला गढू से करनाल जाने के लिए ढांड रोड पर पहुंचे तो सड़क की हालत काफी खराब मिली। सड़क में बने बड़े-बड़े गड्ढों से गाड़ी को झटके लगे तो मुख्यमंत्री ने सड़क की हालत देखी। इसके बाद तुरंत फोन पर लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ को फटकार लगाई और आदेश दिए कि पिहोवा से ढांड रोड पर खराब सड़क की शीघ्र मुरम्मत की जाए। उन्होंने कहा कि पिहोवा से ढांड जाने वाले मुख्य मार्ग की मुरम्मत का काम शीघ्र शुरू किया जाए ताकि इस मार्ग से गुजरने वाले राहगिरों को राहत मिले।

एक साल में नहीं बन पाया 15 किलोमीटर का टुकड़ा
करनाल से पिहोवा के बीच गांव बटेड़ी से वाया ढांड व कौल से साकरा तक का करीब 15 किलोमीटर लंबे रास्ता एक साल से निर्माण अधर में लटका पड़ा है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने लॉर्ड शिवा कंपनी को रोड़ की चौड़ाई बढ़ाने के साथ ही नए सिरे से निर्माण का ठेका दिया था। ठेकेदार ने चौड़ाई बढ़ाने के लिए बीच बीच में कई किलोमीटर तक गहरे गड्ढे खोद रखे हैं। 

पिहोवा विधायक जसविंद्र सिंह संधू के निधन पर गए थे शोक व्यक्त करने
मुख्यमंत्री पिहोवा के विधायक जसविंद्र सिंह संधू के निधन पर शोक व्यक्त कर वापस करनाल लौट रहे थे। हालांकि विभाग के एसई सुभाष बांबू का कहना है कि विभाग ने एक साल पहले ही रोड की चौड़ाई सात मीटर से 10 मीटर करने व नए सिरे से कंक्रीट की लेयर बिछाई जानी थी, लेकिन पहले वन विभाग के से परमिशन नहीं मिलने और फिर ठंडे मौसम के कारण सड़क नहीं बनाई जा सकी। एसई का कहना है कि मौसम ठीक होने पर 15 फरवरी तक सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। 


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