कल से खुलेंगे स्कूल, क्लास जैसा माहौल नहीं होगा
सरकारी व निजी स्कूलों को खोलने की अनुमति सरकार ने दे दी है। क्लास में पढ़ाई नहीं होगी। अगर बच्चे को किसी विषय में दिक्कत है तो वो शिक्षक के पास जाएगा। एक तरह से स्कूल में बच्चे जाएंगे लेकिन क्लास जैसा माहौल नहीं होगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : साढ़े पांच माह से बंद सरकारी व निजी स्कूलों को खोलने की अनुमति सरकार ने दे दी है। क्लास में पढ़ाई नहीं होगी। अगर बच्चे को किसी विषय में दिक्कत है तो वो शिक्षक के पास जाएगा। एक तरह से स्कूल में बच्चे जाएंगे लेकिन क्लास जैसा माहौल नहीं होगा।
कोविड की वजह से सरकारी व निजी स्कूलों में पढ़ाई का कार्य बंद है। शिक्षक ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं। सरकार ने सरकारी व निजी स्कूलों को सोमवार से खोलने का निर्णय लिया है। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त सचिव ने इस बारे में 18 सितंबर को वीडियो कांफ्रेंस से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर इसकी पालना सुनिश्चित करवाने को कहा है। डीईओ व बीईओ इसके लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे। स्कूल आने वाले विद्यार्थी व अध्यापकों के लिए अलग से प्रतिदिन हाजिरी लगाई जाएगी। वीसी में लिए गए निर्णय :
- अभिभावक से सहमति पत्र लेकर ही नौवीं से 12वीं के विद्यार्थी स्कूल आएंगे।
- एक बार में 50 से अधिक बच्चों को स्कूल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
- सरकारी व निजी स्कूलों के अध्यापक फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर उसे अपडेट रखेंगे।
- मिड डे मील व खाने का सामान वितरित नहीं किया जाएगा।
- स्कूल में किसी तरह की कॉमन एक्टिविटी नहीं होगी।
- बीमार विद्यार्थी व अध्यापकों का प्रवेश वर्जित होगा। ऑनलाइन सर्वे में 48 फीसद अभिभावक शामिल
पानीपत के सरकारी स्कूलों में दसवीं व 12वीं कक्षा में 12897 विद्यार्थी शिक्षा हासिल करते हैं। स्कूल खोलने को लेकर 6100 से अधिक अभिभावकों ने ऑनलाइन रायशुमारी दी थी। सर्वे के रिकार्ड के हिसाब से करीब 48 फीसद अभिभावकों ने इस सर्वे में रुचि दिखाई। सैनिटाइजर का इंतजाम
स्कूल के प्रधानाचार्य सैनिटाइजर का पूरा इंतजाम रखेंगे। हैंडवॉश के लिए साबुन व पानी की व्यवस्था सभी स्कूलों में अनिवार्य होगी। स्कूल आने से पहले सभी अध्यापकों को कोरोना टेस्ट कराना भी अनिवार्य है। इसमें किसी तरह की छूट प्रदान नहीं की जाएगी।
सरकारी व निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य को विशेष निर्देश दिया गया है कि बच्चों को स्कूल में नहीं पढ़ाएंगे। कक्षा लगाने की शिकायत आने पर शिक्षा विभाग उस स्कूल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखेगा।
- रमेश कुमार, डीईओ पानीपत