डिमांड भेजने के एक साल बाद अस्पताल को मिली अल्ट्रासाउंड मशीन
जिले के लोगों के लिए राहतभरी खबर है। सिविल अस्पताल को एक और अल्ट्रासाउंड मशीन मिल गई है। सरबत दा भला संस्था की ओर से दान में दी गई मशीन सहित अब दो मशीनें हो गई हैं। अभी तक गर्भवती महिलाओं के ही अल्ट्रासाउंड किए जाते हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत
जिले के लोगों के लिए राहतभरी खबर है। सिविल अस्पताल को एक और अल्ट्रासाउंड मशीन मिल गई है। सरबत दा भला संस्था की ओर से दान में दी गई मशीन सहित अब दो मशीनें हो गई हैं। अभी तक गर्भवती महिलाओं के ही अल्ट्रासाउंड किए जाते हैं। हालांकि अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट एक ही है। वह भी अधिकतर समय कोर्ट में व्यस्त रहते हैं।
अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन 16 जुलाई 2018 को खराब हो गई थी। तकनीशियनों ने मशीन को कंडम घोषित कर दिया था। सरकार को डिमांड और रिमाइंडर लेटर भेजे जाने के बावजूद मशीन नहीं मिल सकी थी। 8 मई 2019 को सरबत द भला ट्रस्ट संस्था ने मशीन दान में दी। कुछ दिन बाद ही रेडियोलॉजिस्ट डॉ. सुरेंद्र इस्तीफा देकर चले गए।दूसरे रेडियोलॉजिस्ट डॉ. राजीव मान का वर्क लोड बढ़ गया। अस्पताल प्रशासन ने गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड तो शुरू किए हुए हैं, रोजाना 50 से अधिक मरीजों को लौटा दिया जाता है।
डॉ. राजीव मान के अवकाश, कोर्ट केस या अन्य जगह ड्यूटी के कारण माह में 15 दिन ही गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड होते हैं। मशीनें दो होने के बावजूद हालात बदलेंगे, इस पर अभी संशय है। वर्जन :
मशीन मिल गई है, कितनी उन्नत है, सोमवार को बॉक्स खोलेंगे तभी पता चलेगा। वर्क लोड के कारण केवल गर्भवती महिलाओं के ही अल्ट्रासाउंड हो सकेंगे।
डॉ. राजीव मान दो अल्ट्रासाउंड मशीनें होने से रेडियोलॉजी विभाग की स्थिति सुधरेगी। दूसरे रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति नहीं हुई तो ब्रिज कोर्स कर चुके किसी अनुभवी की नियुक्ति के लिए सिविल सर्जन से मांग करेंगे।
डॉ. आलोक जैन, चिकित्सा अधीक्षक।