सिविल अस्पताल की स्किन ओपीडी का हाल, एक डॉक्टर और 250 मरीज
घमौरियों, फोड़े-फुंसी, फंगल इंफेक्शन के बढ़े मरीज।
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घमौरियों, फोड़े-फुंसी, फंगल इंफेक्शन के बढ़े मरीज जागरण संवाददाता, पानीपत :
उमस के साथ गर्मी और बरसात ने सिविल अस्पताल की स्किन ओपीडी में मरीजों की संख्या 250 के पार पहुंचा दी है। पूरा परिवार फोड़े-फुंसी का इलाज कराने अस्पताल पहुंच रहे हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने से एकमात्र चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार मरीज देखते-देखते परेशान हैं तो दो-दो घंटे कतार में खड़े रहकर मरीज भी हलकान है।
डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि उमस और गर्मी से निकलने वाला पसीना खुजली, दाद, एक्जिमा, बदन पर फुंसी, चकते और घमौरियों का कारण बना हुआ है। इस मौसम में सामान्य दिनों की अपेक्षा मरीजों की संख्या में 40 फीसदी का इजाफा हो जाता है। मंगलवार को भी 270 त्वचा रोगी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे, इनमें बच्चों की संख्या तकरीबन 50 से ज्यादा रही। उन्होंने बताया कि पसीना और बरसात में भीगने से लोगों को फंगल इंफेक्शन हो रहा है। इलाज में लापरवाही करने पर परिवार के अन्य सदस्य चपेट में आ जाते हैं।घमौरियों में खुजली करने पर निकलने पर द्रव बैक्टीरियल इंफेक्शन का कारण बनता है।
मच्छरों और कीटों के काटने से भी शरीर में लाल रंग के दाने हो जाते हैं। डॉ. राजेश ने कहा कि सन बर्न और कील-मुहांसों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। बीमारी से बचने के लिए करें ये उपाय :
-गंदगी के वातावरण से निकलने के बाद चेहरा धोएं।
-सूती और शरीर को ढकने वाले परिधान पहनें।
-दिन में कम से कम दो बार स्नान अवश्य करें।
-पसीना और बारिश से भीगे कपड़े ज्यादा देर न पहनें।
-कपड़ों को तेज धूप में सुखाएं, इस्तरी करें।
-धूप-बरसात के मौसम में छाता लगाकर निकलें।
-फंगल इंफेक्शन के मरीज का तौलिया-रूमाल यूज न करें।
-संक्रमण, फुंसी होने पर अनुभवी डॉक्टर से परामर्श लें।