कायाकल्प योजना में अस्पताल नौवें स्थान पर
हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर (एचएसएचआरएस) ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान अनेक बार सिविल अस्पतालों का निरीक्षण करते हुए टॉप-11 को पुरस्कार के लिए चुना था।
जागरण संवाददाता, पानीपत
हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर (एचएसएचआरएस) ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान अनेक बार सिविल अस्पतालों का निरीक्षण करते हुए टॉप-11 को पुरस्कार के लिए चुना था। सिविल अस्पताल पानीपत नौवें स्थान पर रहा है। इस परिणाम ने नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्वास) की राह मुश्किल कर दी है।
कायाकल्प योजना के तहत अस्पतालों में मुख्यत: साफ-सफाई, संक्रमण को फैलने से रोकने, बॉयो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण का निरीक्षण किया जाता है। मैन पॉवर और उपकरणों की कमी, आउटसोर्सिंग कर्मियों को सही प्रशिक्षण नहीं मिलने, स्टाफ नर्सेज की छोटी-छोटी चूक के कारण अस्पताल नौवें नंबर पर खिसक गया। एनक्वास की चेक लिस्ट करीब 250 बिदुओं की है। क्रमवार निरीक्षण के बाद 70 या इससे अधिक अंक लाने वाले अस्पतालों को सूची में शामिल किया जाता है। हालात यही रहे तो अस्पताल को आगे निराशा मिल सकती है।
बता दें कि इंटर्नल टीमें निरीक्षण कर चुकी हैं। इसी माह स्टेट टीम भी निरीक्षण करेगी। इसके बाद राष्ट्रीय टीम निरीक्षण के लिए पहुंचेगी। टॉप पर रहने वाले अस्पताल को डेढ़ करोड़ रुपये का पुरस्कार मिलता है। ये बनेंगे एन्क्वास में रोड़ा
मदर एंड चाइल्ड हेल्थ यूनिट, ब्लड बैंक, ब्लड कंपोनेंट यूनिट, ट्रामा सेंटर का नहीं होना। सिक न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट (एसएनसीयू) लेबर रूम अस्थायी होना। छह में से चार ऑपरेशन थियेटर रनिग में नहीं होना। 200 बेड के हिसाब से मैनपावर की नियुक्ति नहीं होना। इंजेक्शन-पट्टी के लिए केबिन
इमरजेंसी में फैब्रिकेशन के जरिये इंजेक्शन और मरहम-पट्टी कक्ष बनाया जा रहा है। लैब के हॉल में भीड़ न रहे, बाहर रिपोर्टिंग कक्ष बनाया है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस (हर माह की नौ तारीख) सहित अन्य दिनों गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए कई जगह नहीं भटकना पड़ेगा। जांच के लिए एएनसी (प्रसव पूर्व देखभाल)कक्ष बनाया है।
कायाकल्प में अस्पताल को नौवां स्थान मिलने से सबक लिया: डॉ. अमित
इस संबंध में डिप्टी एमएस और बिल्डिंग प्रभारी डॉ. अमित पोड़िया ने कहा कि कायाकल्प में अस्पताल को नौवां स्थान मिलने से निराशा है, लेकिन सबक भी मिला है। एनक्वास की चेक लिस्ट को ध्यान में रखकर चिकित्सकों, स्टाफ नर्स, आउट सोर्सिंग कर्मियों को ट्रेनिग दी जाएगी।