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चुलकाना रोड की होगी निशानदेही, लोक निर्माण एसडीओ ने लिखी चिट्ठी

करीब ढाई दशक बाद अब लोक निर्माण विभाग की नींद खुल गई। एसडीओ ने चुलकाना रोड की निशानदेही के लिए तहसीलदार को पत्र लिखा है। निशानदेही के बाद कब्जा हटाया जाएगा। रोड किनारे नगरपालिका की दुकानें हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Aug 2021 06:38 AM (IST)Updated: Fri, 27 Aug 2021 06:38 AM (IST)
चुलकाना रोड की होगी निशानदेही, लोक निर्माण एसडीओ ने लिखी चिट्ठी

जागरण संवाददाता, समालखा : करीब ढाई दशक बाद अब लोक निर्माण विभाग की नींद खुल गई। एसडीओ ने चुलकाना रोड की निशानदेही के लिए तहसीलदार को पत्र लिखा है। निशानदेही के बाद कब्जा हटाया जाएगा। रोड किनारे नगरपालिका की दुकानें हैं। स्वामित्व योजना के तहत दुकानदारों को इन पर मालिकाना हक मिलने वाला है। जिससे विभाग ने रजिस्ट्री से पहले निशानदेही की कवायद शुरू की है।

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करीब ढाई दशक पहले नपा ने आमदनी बढ़ाने के लिए चुलाकना रोड के किनारे करीब 112 दुकानें बनवाई थी। इनमें कुछ दुकानें कंडम हो चुकी हैं। फिर भी करीब 104 दुकानों से नपा किराया वसूल रही है। इससे लाखों रुपये प्रतिमाह आमदनी हो रही है। रियायती भाड़े की दुकान होने से दुकानदार दशकों से इन पर काबिज हैं। सरकार की स्वामित्व योजना के तहत दो दशक से अधिक समय से काबिज दुकानदारों से पालिका ने दस्तावेज मांगे थे। जिनकी कागजी कार्रवाई पूरी कर निदेशालय को भेजा गया है। लोक निर्माण की टूटी नींद

नपा सालों से चुलाकना रोड के किनारे बगैर निशानदेही की बनी दुकानों को बेचने की पहल शुरू की है तो लोक निर्माण को अपने रोड की याद आई है। रोड के सिकुड़ने और कब्जे की समस्या सामने आई है। भविष्य में आबादी और ट्रैफिक के बढ़ने पर परेशानी होने की बात कही जा रही है। मौके पर 66 फीट चौड़ी रोड करीब 30 फीट बचा है। रोड किनारे एक ओर नपा की दुकान तो दूसरी ओर लोगों के मकान व दुकान हैं। निशानदेही के बाद दुकानदारों को कलेक्टर रेट पर दुकान खरीदने में परेशानी हो सकती है।

इफ्टू नेता पीपी कपूर ने भी पहले यह मामला उठाया था, जो दब गया। लोक निर्माण के एसडीओ शमशेर सिंह ने बताया कि पहले रोड की निशानदेही करवाई जाएगी। सड़क पर बनी दुकानों को बेची नहीं जा सकती है। यह जनहित से जुड़ा है। भविष्य में ट्रैफिक को भारी परेशानी हो सकती है। यह सड़क समालखा को रोहतक हाईवे से जोड़ती है। यहां से भारी वाहन भी जाते आते हैं।


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