कपूर इंडस्ट्री में धमाका
मच्छरौली स्थित कपूर इंडस्ट्री में मंगलवार सुबह केमिकल टैंक में ब्लास्ट हो गया। इससे न केवल आस पास लगे उपकरणों के परखचे उड़ गए, बल्कि लाइट के गुल होने और धमाके की आवाज सुनकर काम कर रहे कर्मचारियों में भगदड़ मच गई।
जागरण संवाददाता, समालखा : मच्छरौली स्थित कपूर इंडस्ट्री में मंगलवार सुबह केमिकल टैंक में ब्लास्ट हो गया। इससे न केवल आस पास लगे उपकरणों के परखचे उड़ गए, बल्कि लाइट के गुल होने और धमाके की आवाज सुनकर काम कर रहे कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। भगदड़ में गिरकर दो कर्मचारी भी चोटिल हो गए। जिन्हें पुलिस लाइन के पास एक प्राइवेट अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुंट्टी दे दी गई। टैंक में धमाके से बिजली सिस्टम प्रभावित होने पर फैक्टरी में कामकाज नहीं हो सका। वहीं सूचना मिलने पर डीएसपी नरेश अहलावत भी मौके पर पहुंचे और फैक्टरी प्रबंधन से मामले की जानकारी ली।
कपूर इंडस्ट्रीज के जीएम अनिल शर्मा ने बताया कि फैक्टरी में तोलिया बनाया जाता है। जो विदेशों में एक्सपोर्ट होता है। उन्होंने बताया कि डाई में यूज होने वाले पेरोक्साइड (केमिकल) को लेकर पिछले हिस्से में एकांत में तीन टैंक लगे हुए है। जिनसे पाइप के जरिये मशीनों तक ऑटोमेटिक जरूरत के हिसाब से केमिकल डाई मशीनों तक पहुंचता है। वहां जरूरत पड़ने पर ही कोई जाता है, अन्यथा हर किसी के जाने पर पाबंदी है। मंगलवार सुबह सवा छह बजे के करीब किन्ही कारणों से एक टैंक धमाके के साथ फट गया। जीएम ने बताया कि घटनास्थल से दूर काम कर रहे कर्मचारी धमाके के बाद बिजली गुल होने पर भागने लगे तो अंधेरे में दिखाई न देने पर गिरने से घनश्याम वासी झांसी व शैलेस वासी कानपुर उत्तर प्रदेश को हाथ पैर और सिर पर चोट आई। दोनों को तुरंत सिवाह के पास आयुष्मान अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उनको प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई थी।
धमाके के साथ उड़े परखचे --
केमिकल टैंक में जैसे ही धमाका हुआ तो उसके आस पास लगे उपकरणों के परखचे उड़ गए। साथ ही टैंक का एक ऊपरी हिस्सा कुछ ही दूरी पर लगे बिजली के ट्रांसफार्मरों के ऊपर लगी लोहे की टीन पर जा गिरा, जिसके कारण टीन टूटकर ट्रांसफार्मरों पर गिरी और पूरी फैक्टरी की सप्लाई अचानक बंद हो गई। वहीं धमाके से पहले फैक्टरी में करीब 200 मजदूर काम कर रहे थे।
नहीं हुआ कोई जानी नुकसान --
जीएम अनिल शर्मा ने बताया कि टैंक में धमाके के चलते किसी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। क्योंकि हमने हर स्थिति को देखते हुए टैंक एकदम एकांत में लगाए हुए है। सोशल मीडिया पर जो फैलाया गया, ऐसा कुछ नहीं हुआ। हालांकि कंपनी को न केवल लाखों का नुकसान हुआ, बल्कि बिजली सप्लाई व्यवस्था बिगड़ने पर मंगलवार को छुंट्टी तक करनी पड़ी।
कारणों का अभी कोई पता नहीं
जीएम ने बताया कि कुछ माह पहले ही टैंक लगाए गए थे, जिनमें गैस बनने पर उसे काटने के लिए सिस्टम भी लगे है, लेकिन इसके बावजूद भी कैसे फट गया। इसका अभी कोई पता नहीं चल सका है। इंजीनियरों के आकर जांच करने के बाद ही कुछ पता चल सकेगा।
जांच कराई जा रही है
डीएसपी नरेश अहलावत का कहना है कि कपूर इंडस्ट्री में टैंक फटने की घटना के बाद मौके का निरीक्षण किया गया है। अभी दो ही लोगों को चोट लगने की बात सामने आई है, बाकी मामले की जांच कराई जा रही है। मौके की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।