बदलते तापमान ने बढ़ाई किसानों की चिंता, गेहूं की फसल पर पड़ सकता है विपरीत असर
मौसम में अचानक परिवर्तन से किसानों की चिंता बढ़ गई है। एक तरफ कोहरा तो दूसरी तरफ गर्मी परेशानी का सबब बनी। गेहूं की पैदावार पर पड़ सकता है असर। दिन में अभी और बढ़ेगी गर्मी। मौसम विभाग का अनुमान 25 फरवरी तक मौसम साफ रहेगा।
अंबाला, जेएनएन। मौसम की करवट से लग रहा है कि सर्दी विदाई लेने वाली है। दिन का तापमान जहां बढ़ा हुआ है, वहीं रात का तापमान अभी ठंडा है। दिन के तापमान में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें डाल दी हैं। बढ़ता तापमान गेहूं की फसल के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। दूसरी ओर मौसम विभाग ने भी अनुमान जताया है कि 25 फरवरी तक मौसम साफ रहेगा। ऐसे में किसानों को गेहूं की चिंता सताने लगी है।
इन दिनों दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रह है। यही कारण है कि इसका असर गेहूं पर पड़ेगा। दिन का अधिकतम तापमान भी आने वाले दिनों में 29 डिग्री तक पहुंचने के आसार बने हुए हैं। जबकि न्यूनतम तापमान भी 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। ऐसे में किसान परेशान हैं कि कहीं गेहूं की पैदावार पर असर न पड़ जाए। यदि मौसम करवट लेता है और सर्दी फिर से शुरु होती है, तो यह फसल के लिए फायदा देगी। लेकिन मौसम ने एकाएक जिस तरह से करवट ली है, उससे फिलहाल नहीं लग रहा है कि किसानों को राहत मिलेगी। गेहूं की फसल पकने में अभी समय है, जबकि इस दौरान यदि गर्मी ने रफ़तार पकड़ ली तो उत्पादन में दिक्कत हो सकती है। कृषि विभाग भी किसानों को मौसम का अपडेट लगातार दे रहा है।
दूसरी ओर बदलते मौसम की बात करें, तो आम लोगों को सर्दी से राहत मिली है। हालांकि रात के समय ठंडक है, लेकिन दिन का तापमान गर्मी का अहसास कराने लगा है। लोगों ने भी मान लिया है कि सर्दी जाती दिख रही है। ऐसे में चिकित्सकों का मानना है कि यह मौसम लोगों को बीमार कर सकता है, जबकि इस में लोगों को सावधानी बरतनी होगी। डाक्टर डीएस गोयल का कहना है कि इस मौसम में अक्सर लोग लापरवाही कर जाते हैं, जिससे वे बीमार होते हैं। इसलिए फिलहाल सावधानी रखें, ताकि बीमारियों से बचे रहें।
बदलता मौसम बिगाड़ रहा लोगों की तबीयत
बदलता मौसम लोगों की तबीयत बिगाड़ रहा है। मौसम दिन में तीन-तीन बार अपना रुख बदल रहा है। सुबह धुंध, दोपहर को चमकदार धूप और रात को फिर से ठिठुरन। दिन और रात के तापमान में 14 डिग्री सेल्सियस का अंतर है, जो लोगों को रास नहीं आ रहा। इसकी वजह से अस्पतालों में खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों की संख्या में भी इजाफा आया है। स्वास्थ्य विभाग एहतियात के तौर पर ऐसे मरीजों का कोरोना टेस्ट करा रहा है। जिससे कोरोना के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। वहीं मौसम विभाग अगले पांच दिन में न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी होने का अनुमान जता रहा है।
शनिवार को दिन की शुरुआत घनी धुंध के साथ हुई। धुंध की वजह से वाहनों की गति धीमी हो गई। वहीं न्यूनतम तापमान जहां 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि दिन का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचने की संभावना जताई गई है। दिन में तीन-तीन बार बदल रहे मौसम की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं। लोग सुबह जब अपने घरों से निकलते हैं तो धुंध व ठंड की वजह से गर्म ऊनी वस्त्र डालकर निकलते हैं। जब धूप निकलती है तो यही वस्त्र उन्हें काटने लगते हैं। लोगों को महसूस होता है कि अब ठंड जा चुकी और वे गर्मियों के वस्त्र में आ जाते हैं, लेकिन रात को फिर से ठिठुरन और बारिश की तरह पड़ने वाली ओस उन्हें ठिठुरा देती है। इसकी वजह से लोग बीमार हो रहे हैं।
चिकित्सक की सलाह
एलएनजेपी अस्पताल के छाती एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डा. शैलेंद्र ममगाईं ने बताया कि खांसी, जुकाम इन दिनों में बढ़ जाता है। दिन और रात के तापमान में काफी अंतर है। इसलिए लोगों को चाहिए कि घर से निकलते हुए गर्म वस्त्र अपने साथ लेकर चलें। खासकर बच्चे और बुजुर्गों का इस मौसम में ख्याल रखें। सुबह और रात के समय घर से बाहर निकलने से परहेज करें।