तीन महिलाओं की हत्या, दस दिन से शिनाख्त तक न हो सकी
तीन दिन में तीन महिलाओं की हत्या की गुत्थी को सुलझाना जिला पुलिस के लिए चुनौती बन चुका है। गठित एसआइटी से लेकर समालखा थाना चौकी व सीआइए की टीमें लगी हैं पर शिनाख्त तक नहीं हो सकी है।
जागरण संवाददाता, समालखा : तीन दिन में तीन महिलाओं की हत्या की गुत्थी को सुलझाना जिला पुलिस के लिए चुनौती बन चुका है। गठित एसआइटी से लेकर समालखा थाना, चौकी व सीआइए की टीमें लगी हैं पर शिनाख्त तक नहीं हो सकी है।
पिछले सप्ताह सोमवार, मंगलवार व बुधवार को लगातार तीन दिन तक अलग-अलग जगहों पर महिलाओं के शव मिले। उनमें से दो अर्धनग्न हालात में थे। किसी पर चाकू से वार किया गया तो किसी की गला दबाया गया। इतना ही नहीं, चालाकी दिखाते हुए खुर्द-बुर्द करने की नीयत से एक शव को नाले में गिराया गया, एक के चेहरे पर आग लगा दी गई। रेलवे लाइन किनारे तो जलने के बाद युवती का केवल कंकाल ही मिल पाया था। जाहिर होता है कि हत्या के साथ हत्यारों की प्राथमिकता पहचान को भी मिटाना रहा। पुराने मामलों की खंगाल रहे कुंडली
पुलिस घटनास्थल तक जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के अलावा गुमशुदगी के पुराने मामलों को देख रही है। अब जिले भर के थाने व चौकियों में दर्ज मामलों को भी जांचा जा रहा है। शिनाख्त कराने वालों के लिए 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया है। समालखा थाना प्रभारी हरविदर सिंह का कहना है कि अभी कोई सुराग नहीं मिला है। शिनाख्त भी नहीं हो पाई है।