पानी के लिए मांगे ऑनलाइन आवेदन, ठप रहता पोर्टल
उद्यमियों को पानी के प्रयोग के लिए लाइसेंस अनिवार्य किया गया है। इसके लिए उद्यमियों को नोटिस देकर पोर्टल की मदद से आवेदन करने को कहा गया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : भूजल के बेजा इस्तेमाल को रोकने के लिए सेंट्रल ग्राउंड वाटर अथॉरिटी की ओर से जारी किए जा रहे नोटिस ने उद्यमियों की परेशानी बढ़ा दी है। उद्यमियों को पानी के प्रयोग के लिए लाइसेंस अनिवार्य किया गया है। इसके लिए उद्यमियों को नोटिस देकर पोर्टल की मदद से आवेदन करने को कहा गया है। इस मामले को लेकर पानीपत के औद्योगिक संगठनों ने अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग एवं वाणिज्य विभाग देवेंद्र सिंह से मुलाकात की।
नॉर्दर्न इंडिया रोटर स्पिनर्स एसोसिएशन के प्रधान प्रीतम सिंह, एक्सपोर्ट एसोसिएशन के प्रधान ललित गोयल सहित बापौली ब्लैंकेट मैन्युफेक्चर्स एसोसिएशन के प्रधान नरेश गुप्ता ने एसीएस के समक्ष मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जिस पोर्टल के जरिए आवेदन का निर्देश दिया गया है वह काम नहीं कर रहा। अन्य राज्यों में राज्य स्तर पर अथॉरिटी खोली गई है। उनके नियम के अनुसार भूजल प्रयोग की अनुमति मिलती है। आग की घटनाओं पर भी जताई चिंता
एसीएस से मुलाकात में उद्यमियों ने कहा कि पानीपत में दमकल विभाग की हालत खस्ता है। प्रशिक्षित स्टॉफ के साथ-साथ दमकल गाड़ियों की कमी है। फोम टेंडर न होने के कारण आग लगने से अधिक नुकसान उद्यमियों को उठाना पड़ रहा है। इस पर एससीएस ने संबंधित अधिकारियों से बात की। अधिकारियों ने बताया कि अगले माह तक पानीपत को नए फायर टेंडर दिए जा रहे हैं। इसमें दो फोम टेंडर शामिल होंगे। पानीपत में उद्यमियों से मिलकर उनकी समस्याओं की जानकारी भी लेने की योजना है। जितनी जरूरत होगी उतनी गाड़ियां उपलब्ध करवाई जाएगी। नई टेक्सटाइल पॉलिसी में चार सुझाव शामिल करने की मांग
सीजीडब्लूए के नोटिस के संदर्भ में मुख्य सचिव ने अपने अधिकारियों को क्षेत्रीय निदेशक सीजीडब्लूए से मीटिग तय करवाने के निर्देश दिए, ताकि मामले को समझा जा सके। इस दौरान उद्यमियों ने प्रदेश की नई टेक्सटाइल पॉलिसी (जो हाल ही में जारी की गई है) में चार सुझाव शामिल करने की मांग भी रखी।