सीबीआइ है सरकार की हैंडलिंग एजेंसी: सतबीर कादियान
जागरण संवाददाता, पानीपत सीबीआइ सरकार की हैंडलिंग एजेंसी है। इफ्को मामला उनके खिलाफ एक
जागरण संवाददाता, पानीपत
सीबीआइ सरकार की हैंडलिंग एजेंसी है। इफ्को मामला उनके खिलाफ एक राजनीतिक साजिश है। केंद्रीय जांच एजेंसी को 2 जी स्पेक्ट्रम व कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले में शामिल भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कसना चाहिए। सेक्टर 11 स्थित आवास पर बुधवार को पत्रकार वार्ता के दौरान यह बात इनेलो नेता व पूर्व स्वीकार सतबीर कादियान ने कही।
उन्होंने कहा कि इफ्को रेट इंटरेस्ट मामले में बेवजह परेशान किया जा रहा है। नियमों के अनुसार चेयरमैन को रेट इंटरेस्ट में बदलाव करने का अधिकार ही नहीं है। बोर्ड ने यह दर बढ़ा कर 12 से 14 फीसदी की। ब्याज दर कम, ज्यादा होने से चेयरमैन को कोई फायदा नहीं होता। यूको बैंक को 4 करोड़ रुपये दिए गए थे, 104 करोड़ नहीं। उन्होंने बताया कि 26 मार्च 1990 को चेयरमैन पद ग्रहण किया था। इससे पहले इफ्को को लाभ मात्र 8 करोड़ रुपये था। उनके आने के बाद पहले वर्ष 100 करोड़ और अगले वर्ष 300 करोड़ का लाभ हुआ। मार्च 1992 तक वह चेयरमैन रहे। ऐसे में जब इफ्को को वित्तीय हानि नहीं हुई तो दोषी होने का सवाल ही नहीं उठता। कोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि भ्रष्टाचार निषेध अधिनियम 13 (1डी) के तहत दर्ज मामला गलत है। उन्होंने न तो खुद लाभ लिया और न ही किसी अन्य को दिया। उच्च न्यायालय ने बिना किसी शर्त के जमानत दी है।
जिंदल से वसूली पर उतर जाएगा प्रदेश का कर्ज
कादियान ने कहा कि यदि सरकार कोयला ब्लॉक आवंटन में शामिल नवीन जिंदल जैसे भ्रष्टाचारियों से वसूली करें तो प्रदेश का 70 करोड़ रुपये कर्ज उतर जाएगा। एसवाइएल मुद्दे पर रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा के हित को ताक पर रखा है। 2003 में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के प्रयासों से सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हित में फैसला दिया था लेकिन केंद्र सरकार ने इसकी अनदेखी की।
खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का चित्र हटाकर प्रधानमंत्री मोदी का चित्र लगाने की निंदा की। इस अवसर पर हरलाल मलिक, बिजेंद्र कादियान, डॉ. रणवीर जोशी, निर्मल कादियान, नरेंद्र काला, महेंद्र कादियान, सुभाष मौजूद रहे।