जेई ने गलत काम करने किया मना, जिला योजनाकार, कार्यालय सहायक ने दी गालियां, केस दर्ज
हरियाणा के जींद (Jind) के जिला योजनाकार कार्यालय सहायक व सेवानिवृत कर्मचारी पर जाति सूचक गाली देने का मामला दर्ज कर लिया गया है। कार्यालय के जेई ने गलत काम करने से मना करने पर गाली देने का लगाया आरोप।
जींद, जागरण संवाददाता। जींद अवैध कालोनियों की रिपोर्ट तैयार करके मुख्यालय को भेजने पर जेई को जाति सूचक गाली देने व धमकी देने के आरोप में पुलिस ने डीटीपी सहित तीन कर्मचारियों पर मामला किया है। जेई ने आरोप लगाया कि वह जब भी किसी अवैध कालोनी पर कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार करता तो उसका तुरंत ही दूसरी जगह पर भेज दिया जाता था, लेकिन जब उसकी कार्रवाई नहीं रोकी तो उसकी सर्विस बुक को खराब करने की धमकी दी गई। पुलिस ने जिला योजनाकार अरविंदर ढुल, कार्यालय सहायक अमित, सेवानिवृत ड्राफ्टमैन कृष्ण चंद्र के खिलाफ जाति सूचक गाली देने व धमकी देने का मामला दर्ज किया है।
जेई प्रवीन कुमार ने सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह जींद जिला योजनाकार कार्यालय में कार्यरत हैं। वर्ष 2016 में गांव हैबतपुर के निकट मधुकारा डेवलपर्स रेजिडेंशियल पलोटिड कालोनी बनाने के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, लेकिन कंपनी ने लाइसेंस बनने से पहले ही 24 एकड़ में रोड बनाना शुरू कर दिया था। इस पर उस समय की जिला योजनाकार सुनैना लोहान ने मधुकारा डेवलपर्स को नोटिस जारी किया था और उनको एक करोड़ का जुर्माना किया था और तुरंत ही निर्माण हटाने के आदेश दिए थे।
19 अक्टूबर 2020 में जिला योजनाकर कार्यालय से रिपोर्ट बनाकर भेजी कि निर्माण को हटा लिया है। इस प्रोजेक्ट पर उसकी ड्यूटी लगा दी गई, इसके बाद नौ दिसंबर 2020 को मौके पर जाकर देखा तो निर्माण का ज्यों का त्यों बना हुआ था। इस पर जिला योजनाकार ने उसको कार्यालय के अंदर बुलाकर काफी बेईज्जत किया और धमकी दी कि इसके बारे में किसी ओर को जानकारी नहीं देनी है। अगर किसी को बताया तो उसकी सर्विस बुक को खराब कर देगा।
इसके बाद सेवानिवृत सहायक ड्राफ्टमैन कृष्णचंद्र व कार्यालय सहायक अमित ने हैबतपुर जाकर कालोनी काटने वालों से रिश्वत मांगी और उसकी शिकायत भी हुई। जिसकी जांच डीसी कार्यालय द्वारा की जा रही है। जब उसने दोनों आरोपितों को उसके क्षेत्र में दखल अंदाजी नहीं करने की बात कही तो आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की और जाति सूचक गालियां दी। इसके बाद 15 अप्रैल 2021 को उसने नए बस स्टैंड के पास खेतों में बन रही सड़क की फोटो, अवैध कालोनी का नक्शा सहित पूरी रिपोर्ट बनाकर जिला योजनाकार कार्यालय में दे दी। जहां पर जिला योजनाकार ने कार्रवाई करने की बजाए उसको वहां से सफीदों का कार्यभार दे दिया।
इसकी शिकायत मुख्यालय को भेज दी, ताकि मेरे ऊपर दबाव बनाया जा सके। सफीदों में रहने के बाद भी उसको आरोपितों द्वारा लगातार दबाव बना जा जा रहा था और उसको जाति सूचक गाली दी जाती थी। उसने बताया कि इस पूरे प्रकरण में जिला योजनाकार अरविंदर ढुल भी शामिल हैं। पुलिस ने जिला योजनाकार अरविंदर ढुल, कार्यालय सहायक अमित, सेवानिवृत ड्राफ्टमैन कृष्ण चंद्र के खिलाफ जाति सूचक गाली देने व धमकी देने का मामला दर्ज किया है।