GST के बाद VAT फर्जीवाड़ा, सरकार को सौ करोड़ की लगाई चपत Panipat News
फर्जी फर्में बनाकर 100 करोड़ रुपये की वैट चोरी करने वाली 12 फर्मों पर केस दर्ज किया गया है। साथ ही 215 फर्मों की सूची भी पुलिस को दी जिन्होंने इनपुट क्रेडिट का लाभ लिया है।
पानीपत, जेएनएन। जीएसटी फर्जीवाड़े के बाद करोड़ों रुपये के धोखाधड़ी की वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) की फाइलें खुलती जा रही हैं। अब वैट में 1000 करोड़ से अधिक के फर्जी बिलिंग का नया मामला पकड़ में आया है। फर्जी सी फार्म इश्यू करवाकर वैट में धोखाधड़ी कर 100 करोड़ रुपये के राजस्व की चोरी की गई है। विभाग की लिखित शिकायत पर चांदनी बाग थाना पुलिस ने 12 फर्मों के खिलाफ वैट फर्जीवाड़ा करने पर मामला दर्ज किया है। जिन फर्मों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इन फर्मों के पते पर न तो फर्में मिल रही और नहीं इनको चलाने वाले व्यापारी।
सेल्स टैक्स विभाग ने इन फर्मों की तलाश की, लेकिन कोई फर्म और उसको चलाने वाले व्यापारी नहीं मिल पाए। अब यह मामला पुलिस को सौंप दिया गया है। इन फर्मों ने सेल्स टैक्स में रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है। 2016-17 से 2018 तक सेल के रिटर्न भरी हुई है। दूसरे प्रदेशों में बेचे गए माल को भी रिटर्न में दिखाया गया। अन्य प्रदेशों को व्यापारियों की 1000 करोड़ से अधिक के बिल दिए गए हैं। जिनका टैक्स नहीं भरा गया है। साथ ही इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ भी 200 से अधिक फर्मों ने इन फर्जी फर्मों से लेकर उठाया है। ये फर्में दिल्ली सहित अन्य प्रदेशों में स्थित है। मामले की पूरी जानकारी से विभाग ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी अवगत कराया है।
215 फर्मों की सूची पुलिस को सौंपी
सेल्स टैक्स विभाग ने धोखाधड़ी करने वाले व्यापरियों को पकडऩे के लिए उन 215 फर्मों की सूची भी सौंपी है जिनको फर्जी फर्मों ने बिल व सी फार्म दिए थे। इन फर्मों के माध्यम से पुलिस फर्जी फर्म चलाने वालों को तलाश करेगी।
ये फर्में और इनके मालिक नहीं मिले
शक्ति ट्रेडर्स गोहाना रोड
शक्ति ट्रेडर्स नामक फर्म गोहाना रोड व उसकी मालिक सुनीता के खिलाफ केस दर्ज किया गया। वैट में फर्जी बिल देकर इस फर्म ने 6.42 करोड़ का चूना राजस्व को लगाया है।
जी.जोनइन्फोटेक्स प्राइवेट लिमिटेड
इनकी डायरेक्टर आशा जिंदल, सुरुचि जिंदल का भी सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारी पता नहीं लगा पाए। फर्जी बिलिंग कर सी फार्म इश्यू करा 5.70 करोड़ रुपये वैट की चोरी कर की गई है।
गुरुकृपा एंटरप्राइजेज
यह फर्म ग्रीन विलेज गोहाना रोड पर दिखाई गई। फर्म के मालिक अयुष गुप्ता का भी पता नहीं लग पाया। फर्म के माध्यम से 2.94 करोड़ का वैट टैक्स चोरी की गई।
स्टार एंटरप्राइजेज
स्टार एंटरप्राइजेज गोहाना रोड पर सेल्स टैक्स के रिकार्ड में फर्म दिखाई गई। फर्म के मालिक विक्रम कुमार का भी पता नहीं मिला। फर्म ने सरकार को 14.30 करोड़ का चूना लगाया।
अग्रवाल एंटरप्राइजेज
सेल्स टैक्स के रिकार्ड में अग्रवाल एंटरप्राजीज गोहाना रोड पर दर्शायी गई है। मालिक पवन कुमार का पता नहीं मिला। दिखाया गया मोबाइल अन्य के नाम से दर्ज है। फर्म ने 10.04 करोड़ की वैट चोरी की। फर्जी सी फार्म इश्यू किए गए हैं।
स्मार्ट ट्रेडर्स गोहाना रोड
फर्म चलाने वाले राहुल को भी विभाग तलाश नहीं पाया। फर्म ने फर्जी बिलिंग के माध्यम से 2.61 करोड़ का वैट टैक्स चोरी की।
विंड एडवरटाइजिंग
विंड एंडवरटाजिंग प्राइवेट लिमिटेड का पता जाटल रोड शॉप नंबर 102 दिया गया है। फर्म के डायरेक्टर आशा जिंदल व सुरुचि जिंदल का भी अता पता नहीं है। फर्म ने 15.75 करोड़ का वैट टैक्स चोरी किया। सी फार्म तक इश्यू कराए गए।
आरके एंटरप्राइजेज
इस फर्म के नाम से गोहाना रोड का पता देकर वैट रजिस्ट्रेशन नंबर लिया गया। मालिक गोपाल भी विभाग को नहीं मिला। इस ने 18.22 करोड़ रुपये की वैट चोरी की।
जयंती ट्रेडर्स
जयंती ट्रेडर्स का वैट रजिस्ट्रेशन नंबर में शॉप नंबर 211 आठ मरला जाटल रोड का पता दिया गया। इसको चलाने वाले व्यापारी दीपांशु का पता भी विभाग को नहीं मिल पाया। फर्म ने 2.81 करोड़ की वैट चोरी की।
आरके ट्रेडर्स
आरके ट्रेडर्स का पता गोहाना रोड गर्ग राइस मिल के नजदीक दिखाया गया। मालिक रामकुमार का भी पता नहीं मिला। फर्म ने 2.16 करोड़ की टैक्स चोरी की।
विप्रो इंफोटेक्स प्राइवेट लिमिटेड ने दी जानकारी
सेल्स टैक्स विभाग में ऑनलाइन सिस्टम विप्रो कंपनी चला रही है। इसी फर्म ने इन फर्जी फर्मों का डाटा उपलब्ध कराया। 400 करोड़ अधिक वैट फर्जीवाड़े के मामले में पारस एंटरप्राइजेज की जांच के दौरान ये फर्जी फर्में पकड़ी गई है।
100 करोड़ वैट का चूना लगाने वाली 12 फर्मों के खिलाफ पुलिस केस दर्ज कराया गया। इन फर्मों ने फर्जी पता दिखाए। पुलिस को उन सभी 215 फर्मों की सूची दी गई है। जिनको इन फर्मों के बिल व सी फार्म दिए गए। सीए फार्म बाद में रद कर दिए गए हैं। पुलिस को सभी मोबाइल नंबर भी उपलब्ध करा दिए गए। मास्टर माइंड की तलाश है।
-राजाराम नैन, डीईटीसी