हरियाणा के इन जिलों में सामने आए व्यापारी, ली शपथ, चीन का सामान खरीदेंगे न बेचेंगे
भारतीय चीन सीमा पर बढ़ते तनाव और 20 सैनिकों के शहीद होने पर लोगों में गुस्सा है। अब लोगों ने चीनी सामान का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है।
पानीपत, जेएनएन। भारतीय-चीनी सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष के बाद व्यापारियों ने चीनी सामान का बहिष्कार कर दिया। कई जिलों में व्यापारी संगठन ने मिलकर बिगुल फूंका है। बैठक कर सभी ने फैसला लिया है कि न चीन का सामान खरीदेंगे न उसे बेचेंगे। उन्होंने पूर्ण रूप से चाइनीज सामान के बहिष्कार का फैसला लिया। चीन के निंदनीय रवैये के बाद से अंबाला से लेकर पानीपत तक व्यापारी संगठनों के अलावा लोगों में रोष देखा जा रहा है।
पानीपत के बाबा लाल दयाल मंदिर में आयोजित संयुक्त व्यापार मंडल की बैठक में चाइनीज समान न खरीदने व बेचने का फैसला लिया गया। मंडल के चेयरमैन दर्शन लाल वधवा ने कहा कि चीनी वस्तुओं का बहिष्कार ही शहीद हुए सैनिकों की सच्ची श्रद्धांजली होगी। 36 बाजारों के प्रधान बैठक में मौजूद रहे। व्यापारी अनिल मदान ने लोगों से भी चीन की बनी वस्तुओं का बहिष्कार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश प्रेम के लिए जरूरी है। हम अपने उद्योग व्यापार को प्रोत्साहन दें।
व्यापारियों की त्वरित प्रतिक्रिया
भारत चीन के सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने पर व्यापारियों ने त्वरित प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने पर जोर दिया।
स्वदेशी अपनाएंगे : योगेश कुमार
इलेक्ट्रिक ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव योगेश कुमार ने कहा कि जो हालत बने हैं। उसे देखते हुए स्वदेशी अपनाना चाहिए। स्वदेशी अपनाने पर ही हम आत्मनिर्भर हो सकते हैं। चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करें। पहले भी हम बिना चीनी वस्तुओं के रह रहे थे। वर्तमान में युद्ध सैनिकों की बीच ही नहीं होता। आर्थिक रूप से यदि कोई देश कमजोर होता है तो उसकी हार हो जाती है। इसके लिए हमें आगे आना होगा। अपने देश व देश में बनी वस्तुओं से प्रेम करना होगा। इससे हमारा रोजगार बढ़ेगा। साथ ही मजबूत देश बनेगा।
मानसिकता बदलने की जरूरत : ललित गोयल
हरियाणा व्यापार मंडल के जिला प्रधान ललित गोयल का कहना है कि मानसिकता बदलने की जरूरत है। छोटी-छोटी चीजें चाइना की खरीदने पर 10-15 रुपये का अंतर आता है। हमें इस लालच को छोड़कर देश में बनी वस्तुएं अपनानी होगी। ऑनलाइन खरीद भी छोडऩी होगी। इससे चीन को सपोर्ट मिलती है। हम अपने आसपास सामान खरीदेंगे तो वे लोग हमारे दुख सुख में शामिल होंगे। देश के साथ-साथ, देश के लोगों को प्रेम करने के लिए विदेशी (शत्रु देश) का बना सामान नहीं खरीदना चाहिए।
चाइना की बनी वस्तुओं का बहिष्कार किया : योगेश अरोड़ा
गीता मंदिर रोड बाजार के प्रधान योगेश अरोड़ा ने बताया कि उन्होंने चाइना की बनी वस्तुओं का बहिष्कार कर दिया है। घर में अब टूथ पेस्ट से लेकर अन्य सभी सामान देश के बने प्रयोग कर रहे हैं। अपने संपर्क में आने वाले लोगों को भी प्र्रेरित कर रहे हैं। यदि चीन की वस्तुओं को खरीद कर हम उन्हें फायदा पहुंचाएंगे तो वे हमारी सेना को ही अधिक नुकसान पहुंचाएंगे। जिन चीन की चीजों पर हम निर्भर हैं। हमें उनके विकल्प तलाशने होंगे। आर्थिक रूप से मजबूत देश को कोई भी आंखे नहीं दिखा सकता।
बार्डर की घटनाओं को देखते हुए स्वदेशी के प्रति उत्साह : जितेंद्र गुप्ता
बार्डर की घटनाओं को देखते हुए स्वदेशी के प्रति लोगों में उत्साह बढ़ा है। पानीपत में पांच हजार लोगों ने स्वदेशी जागरण मंच द्वारा चलाए जा रहे स्वदेशी स्वालंबन अभियान के तहत हस्ताक्षर किए हैं। मंच लोगों का जागृत कर रहा है कि चीनी वस्तुओं की खरीद अधिक होने से व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है। बार्डर पर जो हालत हैं उन्हें देखते हुए हमें स्वदेशी अपनाने पर जोर देना चाहिए। मंच के जिला संयोजक जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि हमारे अभियान को लेकर लोगों में उत्साह है। हर कोई स्वदेशी का अपनाने के लिए आगे आ रहा है।
मिंक पोलर, थ्री-डी चादर में आत्मनिर्भर : मोहन लाल गर्ग
हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स के वाइस चेयरमैन मोहन लाल गर्ग का कहना है कि पानीपत के उद्यमी स्वदेशी पर जोर दे रहे हैं। ङ्क्षमक पोलर कंबल व थ्री-डी चादर अब यहां बनाई जा रही है। चार साल पहले हम चीन पर निर्भर थे। अब यहां 45 प्लांट मिंक कंबल, 25 प्लांट पोलर व 30 प्लांट चादर के लग चुके हैं। यहां के उद्यमी मशीनें भी बना रहे हैं। आने वाले समय में हमारी चीन पर निर्भरता खत्म होगी।