पानीपत व कैराना के डीएम सुलझाएंगे सीमा विवाद
पानीपत व कैराना के डीएम सुलझाएंगे सीमा विवाद सुलझाएंगे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : जीटी रोड स्काईलार्क में रिसपुर के किसानों की गेहूं की फसल कटाने के मामले में एसडीएम कैराना दुष्यंत मौर्या व एसडीएम समालखा के बीच लगभग दो घंटे तक बैठक चली। 20-25 किसान इस बैठक में मौजूद रहें। विवादित जमीन के बारे में प्रशासन के समक्ष कागजात पेश कर अपना पक्ष रखा।
उत्तर प्रदेश और पानीपत के रिसपुर के किसानों के बीच यमुना किनारे की 55 हेक्टेयर जमीन का विवाद दशकों पुराना है। बीते 8 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के किसानों ने खेतों में खड़ी गेहूं की फसल काट ली थी। विवाद होने पर उत्तर प्रदेश प्रशासन ने 4.8 हेक्टेयर में खड़ी फसल को कुर्क कर लिया। रिसपुर के किसानों ने इस बारे में एसडीएम समालखा को सूचित किया। विवाद के दस दिनों के बाद बुधवार दोपहर 12 बजे स्काईलार्क में कैराना के एसडीएम दुष्यंत मौर्या व समालखा के एसडीएम गौरव कुमार के बीच इस मसले पर बातचीत हुई। रिसपुर के किसानों ने उत्तर प्रदेश प्रशासन को कागजात दिखाए और विवादित जमीन पर अपना हक जताया। बैठक में एसडीएम ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि शामली (उप्र) और पानीपत के डीएम के बीच इस बारे में बातचीत होगी। जो आदेश होगा उस बारे में किसानों को अवगत करा दिया जाएगा। रिसपुर के किसानों ने बात रखी है। 4.8 हेक्टेयर में खड़ी फसल कुर्क कर ली गई है। डीएम शामली के निर्णय से अवगत करा दिया जाएगा।
दुष्यंत मौर्या, एसडीएम कैराना यमुना किनारे 11 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल को लेकर कैराना व पानीपत के डीएम के बीच बातचीत होनी है। डीएम को निर्णय लेंगी उसे लागू कराएंगे। विवाद सुलझा लिया जाएगा।
गौरव कुमार, एसडीएम समालखा 55 हेक्टेयर जमीन पर फसल उगाने को लेकर विवाद था। उत्तर प्रदेश प्रशासन ने धारा 145-146 लगाई थी। बैठक में रिसपुर गांव के किसानों ने कैराना के एसडीम व तहसीलदार को कागजात दिखाए। शामली व पानीपत के डीएम के बीच बातचीत होने के बाद किसान फसल काट सकते हैं।
र¨वद्र, सरपंच, रिसपुर गांव, सनौली ब्लॉक पानीपत।