गोरक्षकों ने गोवंश के मांस के शक में बोलेरो पकड़ी, पुलिस ने छोड़ दिया
गोरक्षकों ने रविवार को निबंरी गांव के पास पीछा कर पिकअप को पकड़ा। पिकअप में 1200 किलो मांस था। गोरक्षकों को शक था का मांस गोवंश का है। पुलिस ने मांस भैंस का बताकर आठ घंटे बाद मांस सहित पिकअप को छोड़ दिया। इससे गोरक्षकों में रोष है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : गोरक्षकों ने रविवार को निबंरी गांव के पास पीछा कर पिकअप को पकड़ा। पिकअप में 1200 किलो मांस था। गोरक्षकों को शक था का मांस गोवंश का है। पुलिस ने मांस भैंस का बताकर आठ घंटे बाद मांस सहित पिकअप को छोड़ दिया। इससे गोरक्षकों में रोष है।
गोरक्षक देवा ने बताया कि उसने नेत्रपाल, अमित और रिकू सहित छह युवकों के साथ मिलकर छाजपुर के पास नाका लगा रखा था। उन्हें सूचना मिली कि कैराना से गोवंश का मांस पिकअप में डालकर पानीपत की हाली कॉलोनी ले जाया जा रहा है। कैराना की तरफ से आ रही पिकअप को रुकवाना चाहा। चालक ने उन्हें कुचलने का प्रयास किया। उन्होंने बाइकों से पीछा किया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस की मदद सो उन्होंने निबरी गांव के पास पिकअप को पकड़ा। गाड़ी थाना सदर लाई गई। आरोप है कि मांस को चादर में बांध रखा था। पुलिस ने आरोपित पिकअप चालक चालक नफीस व उसके साथी गुलजार को मांस व गाड़ी समेत छोड़ दिया। इस बारे में थाना सदर प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि डॉक्टर ने मांस के छह सैंपल भरे और मांस भैंस का बताया। मांस खाने लायक बताया गया है। इसी वजह से गाड़ी को छोड़ दिया गया।