पुलिस चौकी से 500 मीटर दूर मंदिर में हुआ खूनी खेल, सेवादार समेत तीन की हत्या, दो की काटी जीभ
उत्तर प्रदेश की सीमा पर यमुना किनारे स्थित श्री भाई-बहन के मंदिर में खूनी खेल से हर व्यक्ति कांप उठा।
जागरण संवाददाता, करनाल : उत्तर प्रदेश की सीमा पर यमुना किनारे स्थित श्री भाई-बहन के मंदिर में सेवादार समेत दो लोगों की हत्या कर दी गई। शनिवार देर रात हमलावरों ने मंदिर में मौजूद दो लोगों की जीभ काट दी, जिनमें एक ने रविवार देर शाम चंडीगढ़ पीजीआइ में दम तोड़ दिया। हमलावर एक अन्य को भी घायल कर फरार हो गए। वारदात का पता रविार सुबह लगा। घटनास्थल से 500 मीटर की दूरी पर मंगलौरा पुलिस चौकी के साथ साथ दो पेट्रोल पंप भी हैं। इतनी बड़ी वारदात हुई और किसी को पता नहीं चला।
पुलिस के अनुसार कैथल के बधनारा निवासी पाठी विनोद (32) अपने साले संगोही निवासी अजय शर्मा व बंबरेहड़ी निवासी मामा र¨वद्र (31) के साथ शनिवार रात करीब आठ बजे मंदिर में आया था। मंदिर के संस्थापक सुनील शास्त्री ने बताया कि यह लोग रविवार से पाठ शुरू करने वाले थे। सेवादार हर¨जद्र ¨सह मंदिर की नियमित देखभाल करता था। उत्तरप्रदेश के सहारनपुर निवासी श्रमिक सुलतान सिंह (52) कभी-कभी मंदिर में सोने आ जाता था। वह अक्सर परिसर में बनी गोशाला के कमरे में सोता था।
पुलिस के अनुसार देर रात मंदिर में घुसे बदमाशों ने सबसे पहले परिसर में सो रहे विनोद को निशाना बनाया। उसका शव चारपाई पर ही मिला, जबकि र¨वद्र और अजय फर्श पर पड़े थे। सुलतान सिंह का शव गोशाला के कमरे में बेड पर पड़ा था। उसके हाथ बंधे थे। पास ही सेवादार हर¨जद्र सिंह घायलावस्था में पड़ा था। वारदात का पता रविवार सुबह तब चला जब श्रद्धालु मंदिर में माथा टेकने पहुंचे। हरजिंद्र व रविंद्र की जींभ काटी हुई थी। गंभीर हालत में दोनों को पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। अजय को निजी अस्पताल में दाखिल कराया है। मंदिर के पीछे गोशाला में पुलिस को शराब की खाली बोतल सहित कुछ संदिग्ध वस्तुएं मिलीं। पुलिस ने इन्हें कब्जे में ले लिया।
वारदात से गुस्साए परिजनों व अन्य लोगों ने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के सामने जाम लगा दिया। डीएसपी राजीव चौधरी ने आश्वासन दिया कि तीन दिन के भीतर हत्यारे पकड़ में होंगे। देर शाम पुलिस ने मंदिर के आस-पास के दो किमी क्षेत्र में सर्च आपरेशन चलाया। डीएसपी विरेंद्र सैनी, एसएचओ मधुबन राजकुमार रंगा और 70 जवानों ने इसमें भाग लिया।
----------------------
शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन्हें लाठी या डंडे से मारा गया है। शराब की खाली बोतल व अन्य वस्तुएं भी मिली हैं। तीन लोगों के हाथ व पांव बांधे गए थे।
-सुरेंद्र ¨सह भौरिया, एसपी, करनाल
------------
विनोद, र¨वद्र और अजय आपस में रिश्तेदार
कैथल के बधनारा गांव निवासी पाठी विनोद व उसके मामा रविंद्र बंबरेहड़ी को मानो मौत ही मंदिर की दहलीज पर खींच लाई थी। विनोद अपने साले अजय संगोही और मामा र¨वद्र के साथ शनिवार शाम को ही मंदिर में पहुंचा था। उसने छोटे भाई प्रदीप को फोन कर बताया कि वे मंदिर पहुंच चुके हैं और कल से पाठ शुरू करेंगे। यह पाठ सात दिन चलना था। मगर इससे पहले ही विनोद की हत्या हो गई। रविवार सुबह अस्पताल में पहुंचे पिता जयभगवान की आंखें बेटे को तलाश रही थीं। सुलतान के परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। अरुण उर्फ गंजा सहित अन्य पर केस दर्ज
देर शाम पुलिस ने इस मामले में मंगलौरा निवासी अरुण उर्फ गंजा सहित अन्य पर मधुबन थाने में केस दर्ज कर लिया। एसएचओ राजकुमार रंगा ने बताया कि अरुण की कुछ दिन पहले ही मंदिर के सेवादार हर¨जद्र ¨सह के साथ तू-तू मैं-मैं हुई थी। आशंका है कि उसी ने अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया होगा। वारदात के बाद से वह फरार है, जिससे शक और पुख्ता हो जाता है। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है। मंदिर का नाम भाई-बहन इसलिए
करनाल शहर से करीब 14 किलोमीटर दूर यमुना की तलहटी में स्थित मंदिर से 500 मीटर दूर यमुना पुल है। पुल से आगे उत्तरप्रदेश की सीमा शुरू हो जाती है। वर्ष 1997 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ। मंदिर के संचालक सुनील शास्त्री के अनुसार शनिदेव और यमुना दोनों सूर्य के पुत्र और पुत्री हैं। मंदिर में दोनों की पूजा होती है, इसलिए इसका नाम श्री गो¨बद गोधाम संत आश्रम, श्री भाई-बहन मंदिर रखा गया है।