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्रुसमझदारी से करें तकनीक का उपयोग

आट्टा गांव स्थित चंदन बाल विकास पब्लिक स्कूल में बुधवार को दैनिक जागरण की ओर से आयोजित संस्कारशाला में मुख्य वक्ता डॉ.श्रेया मिड्ढा ने तकनीक के बेहतर उपयोग की कहानी सुनाई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 08:30 AM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 08:30 AM (IST)
्रुसमझदारी से करें तकनीक का उपयोग

जागरण संवाददाता, पानीपत :

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आट्टा गांव स्थित चंदन बाल विकास पब्लिक स्कूल में बुधवार को दैनिक जागरण की ओर से आयोजित संस्कारशाला में मुख्य वक्ता डॉ.श्रेया मिड्ढा ने तकनीक के बेहतर उपयोग की कहानी सुनाई। विद्यार्थियों को तकनीक के उपयोग में समझदारी बरतने के बारे में बताते हुए कहा कि इसका सही उपयोग कर हम स्वयं को सर्वश्रेष्ठ बना सकते हैं। एक छोटी सी लापरवाही हमारे भविष्य को बर्बाद कर सकती है। तकनीक के सही इस्तेमाल से कई समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इसमें 700 से अधिक विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लेकर सवाल जवाब किए।

ये सुनाई कहानी

डॉ. श्रेया मिड्ढा ने बताया कि सौरभ को प्रकृति से बहुत लगाव था। वह टीवी देख रहा था, तभी पापा बोले कि कमरे में रोशनी कम लग रही है। अगले दिन आंखों की जांच कराई तो मोतियाबिद की शिकायत मिली। मम्मी-पापा उसे सहपाठी निवेदिता की मां डॉ. नीना के पास ले गए। जांच के बाद आंख का ऑपरेशन हो गया। आंख लाल होने पर फोटो वाटसएप पर मांगी। कुछ समय बाद आंख की लाली चली गई। सौरभ ने एक दिन पार्टी दी, इसमें निवेदिता और उसके मम्मी पापा भी शामिल हुए। कहानी से सामने आया की तकनीक के सही इस्तेमाल से हम काफी फायदे ले सकते हैं। संस्कारों का जीवन में महत्व : अनिल

प्रिसिपल अनिल गाहल्याण ने कहा कि संस्कारशाला, जिसका अर्थ है संस्कारों का घर। संस्कारों का मानव जीवन में महत्व है। इनके बिना व्यक्ति शून्य सा प्रतीत होता है। अनुशासनशील, विनयशील, मृदुभाषी, बड़े बुजुर्गो के प्रति सेवा भावना सभी संस्कारों की ही निशानी है। बच्चे समाज की अहम कड़ी हैं। इसलिए उन्हें शुरू से ही अच्छे संस्कार देना जरूरी है। संस्कारशाला अभियान अति सराहनीय : हरजीत

हरजीत कौर ने कहा कि वर्तमान दौर में विद्यार्थी हो या कोई अन्य। हर किसी को संस्कारों की जरूरत है। संस्कार का अर्थ सिर्फ बच्चों को अनुशासन, सद्व्यवहार, भाईचारा आदि से अवगत कराना ही नहीं है, बल्कि तकनीक के साथ ढालना भी है। दैनिक जागरण का संस्कारशाला अभियान सराहनीय है। कहानी से बहुत सीखा : प्रकृति

10वीं कक्षा की छात्रा प्रकृति ने कहा कि तकनीक का बेहतर उपयोग वाली कहानी सुनकर उसने काफी कुछ सीखा है। तकनीक का सही इस्तेमाल करके हम न केवल अपने ज्ञान को बढ़ा सकते है, बल्कि भविष्य बेहतर बनाने में भी कामयाबी पा सकते है। हमें व्हाट्सप सोशल मीडिया का सही उपयोग करना चाहिए। तकनीक का सही इस्तेमाल हो: कृति

12वीं की छात्रा कृति ने कहा कि तकनीक का काफी लोग गलत प्रयोग कर रहे है। जो एकदम गलत है। विज्ञान ने हमें जो चीज दी है, उसका हमें सही इस्तेमाल करना चाहिए। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई में तकनीक काफी सहायक सिद्ध होती है। सच की हमेशा जीत : मुस्कान

10वीं की छात्रा मुस्कान ने कहा कि जीवन में शिक्षा के साथ बेहतर संस्कार होना जरूरी है। जैसे मेहनत हमेशा रंग लाती है, सच्चाई की सदा जीत होती है। उसी तरह संस्कार भी जीवन की बेहतरी के लिए जरूरी है। सोशल मीडिया खतरनाक : ध्रुव

11वीं के छात्र ध्रुव शर्मा ने कहा कि आज का दौर तकनीक का है। जिसका हमें सही इस्तेमाल करना चाहिए। वाट्सएप आदि सोशल मीडिया हमारे लिए काफी सहयोगी है।


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