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मादा एनाफिलीज मच्छर से जंग, सवा दो लाख घरों में जांच

पानीपत कोरोना संक्रमण हार रहा है मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से कई बीमारियां होती हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 07:35 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 07:35 AM (IST)
मादा एनाफिलीज मच्छर से जंग, सवा दो लाख घरों में जांच

जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना संक्रमण हार रहा है, मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होने वाले मलेरिया बुखार का डर सता रहा है। आशंकित केस भी सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें मच्छरों से जंग लड़ते हुए इस सीजन में 2.24 लाख 753 घरों में दस्तक देकर मच्छरों का लार्वा चेक कर चुकी हैं। 267 घरों में मच्छर का लार्वा मिला है, सभी गृहस्वामियों को नोटिस थमाए गए हैं।

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जिला मलेरिया अधिकारी डा. सुनील संडूजा ने बताया कि टीमों ने 2.76 लाख कंटेनर (खाली बर्तन, गमले, पुराने टायर इत्यादि), 17 हजार 580 कूलर, 11 हजार 580 वाटर टंकी, 38 हजार 200 होदी, 87 हजार 476 रेफ्रीजरेटर ट्रे और 464 कबाड़ी की दुकानों में एंटी लार्वा अभियान चलाया है।यह आंकड़े मई तक के हैं। इतनी चेकिग के दौरान 267 स्थानों पर

मादा एनाफिलीज मच्छर का लार्वा मिला है।सभी गृह स्वामियों को मलेरिया-डेंगू बुखार के प्रति जागरूक करते हुए,सात दिन का नोटिस दिया गया, दोबारा भी चेकिग की गई है।जिला के 81 तालाबों में अब तक लाखों की संख्या में गंबूजिया मछली छोड़ी गई हैं।

डा. संडूजा के मुताबिक गत वर्ष मलेरिया का एक कंफर्म केस मिला था। इस सीजन में 35 हजार 533 लोगों का ब्लड सैंपल लेकर स्लाइड बनाई गई। एलाइजा टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। ऐसे मिला मच्छरों का लार्वा :

कंटेनर-142

कूलर-40

टंकी-51

होदी-22

फ्रीज ट्रे-12

कबाड़ी दुकान-00

प्राइवेट रिपोर्ट नहीं मान्य :

प्राइवेट लैब की मलेरिया-डेंगू पाजिटिव रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग सटीक नहीं मानता। मरीज का ब्लड सैंपल लेकर विभाग एलाइजा टेस्ट कराता है। पाजिटिव आने पर ही मरीज के घर के आसपास एंटी लार्वा एक्टिविटी की जाती है। आयुष्मान के तहत फ्री इलाज :

आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी, पैनल वाले प्राइवेट अस्पतालों में मरीज हेमरेजिक डेंगू फीवर व मलेरिया का इलाज फ्री करा सकता है। वेबसाइट में हेमरेजिक डेंगू फीवर (कोड संख्या एम100050), गंभीर मलेरिया (कोड संख्या एम100051) दिया हुआ है। यह भी है कानून :

घर-कार्यालय में हुए जलभराव में मच्छर का लार्वा पनपता मिला तो स्वामी को जागरूक करते हुए सात दिन का नोटिस दिया जाता है। दूसरी बार लार्वा मिलने पर उसके खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज होगा। दोष सिद्ध होने पर 2 माह की जेल, 200 रुपये का जुर्माना भी हो सकता है। मलेरिया बुखार के लक्षण :

-ठंड से कंपकपी के साथ बुखार

-बुखार कम होने पर पसीना आना

-पेट में दर्द और उल्टी आना

-कमजोरी, चक्कर आना बचाव के तरीके :

-घर के आसपास गंदा पानी जमा न होने दें।

-सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें।

-खिड़की दरवाजों में नेटिग होनी चाहिए।

-शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।


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