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Health Department: यमुनानगर में विशेष अभियान के तहत पात्रता के दायरे में आए नौ हजार परिवारों के हर सदस्य का बनेगा आयुष्मान कार्ड

यमुनानगर में आयुष्मान योजना के पात्रों काे तलाशने के लिए एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग अभियान शुरू कर रहा है। वर्ष 2011 के सर्वे के आधार पर 94 हजार 265 परिवारों को पात्र माना गया। इसके हिसाब से चार लाख 24 हजार 50 लोगों के कार्ड बनाए जाने थे

By Naveen DalalEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 02:03 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 02:03 PM (IST)
Health Department: यमुनानगर में विशेष अभियान के तहत पात्रता के दायरे में आए नौ हजार परिवारों के हर सदस्य का बनेगा आयुष्मान कार्ड
यमुनानगर में आयुष्मान कार्ड के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया अभियान।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर में आयुष्मान योजना के पात्रों काे तलाशने के लिए एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग अभियान शुरू कर रहा है। इस बार गर्भवती महिलाओं, टीबी व एचआइवी से ग्रस्त उन मरीजों के कार्ड बनाने पर विशेष जोर दिया जाएगा, जिनका आयुष्मान की पात्रता सूची में नाम है। स्वास्थ्य विभाग को करीब नौ हजार परिवारों की भी सूची मिली है। जिसमें एक-एक व्यक्ति का ही कार्ड बना हुआ है। परिवार के अन्य लोगों के कार्ड नहीं बने हुए हैं। इस अभियान के दौरान उन्हें भी कवर किया जाएगा और उनके कार्ड बनाए जाएंगे।

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पात्रों को तलाशने में आ रही दिक्कत

वर्ष 2018 में आयुष्मान योजना जिले में शुरू हुई। वर्ष 2011 के सर्वे के आधार पर 94 हजार 265 परिवारों को पात्र माना गया। इसके हिसाब से चार लाख 24 हजार 50 लोगों के कार्ड बनाए जाने थे, लेकिन अभी तक सभी पात्रों के कार्ड नहीं बन सके। इसकी एक मुख्य वजह यह है कि जनगणना के आधार पर जिन पात्रों का चयन किया गया। उस समय दिए गए मोबाइल नंबर व पते भी बदल चुके हैं। जिससे इन पात्रों को तलाशने में दिक्कत आ रही है। काफी ऐसे पात्र हैं, जो यहां से छोड़कर दूसरी जगहों पर जा चुके हैं। इसमें एक शर्त यह भी है कि पात्रों के कार्ड उसी जिले में बनेंगे। जहां पर सूची में उनका नाम है।

कार्ड बनाने को कोरोना काल में भी लगे शिविर

स्वास्थ्य विभाग ने पात्रों के कार्ड बनाने के लिए काेरोना महामारी के दौरान भी शिविर लगाए। मार्च व अप्रैल माह में शिविर लगाकर 20 हजार पात्रों के कार्ड बनाए गए थे। इसके बावजूद अभी तक एक लाख 85 हजार पात्रों के ही कार्ड बन सके हैं। काफी ऐसे भी पात्र हैं। जिनके परिवार में एक-एक व्यक्ति का कार्ड बना है, तो काफी ऐसे हैं। जिन्होंने कार्ड ही नहीं बनवाया है। इसलिए ही एक बार फिर शिविर लगाए जाएंगे। इसके तहत अटल सेवा केंद्र संचालक व आयुष्मान मित्रों को जिम्मेदारी दी गई है। निशुल्क यह कार्ड बनेंगे। आशा वर्कर भी इसमें सहयोग करेंगी। इसके लिए सभी को ट्रेनिंग दी गई है।

यह अस्पताल आयुष्मान के पैनल पर

आयुष्मान योजना के पैनल पर निजी अस्पतालों में गोयल अस्पताल, गर्ग ईएनटी, कपिल अस्पताल, स्वामी विवेकानंद अस्पताल, एनके यूरोलाजिस्ट, महेंद्रा अस्पताल, गाबा अस्पताल, आईक्यू विजन प्राइवेट लिमिटेड, अग्रवाल अस्पताल, गोयल आइ केयर सेंटर, विशाल अस्पताल, गुलाटी अस्पताल, कोहली अस्पताल, वरदान अस्पताल, संतोष अस्पताल, शर्मा अस्पताल, एसपी, दाबड़ा, चड्ढा अस्पताल, एडवांस आइ अस्पताल व जेपी अस्पताल हैं। सरकारी में ईएसआइ, सिविल अस्पताल यमुनानगर व जगाधरी, रादौर, नाहरपुर, छछरौली, प्रतापनगर, बिलासपुर, साढौरा व सरस्वतीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पैनल पर हैं।

आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डा. अश्विनी अलमादी ने बताया कि 15 अक्टूबर तक आयुष्मान माह चलेगा। इसके तहत पात्रों के कार्ड बनाए जाएंगे। इस पर अस्पताल में आने वाले हर मरीज का रिकार्ड भी चेक किया जाएगा। यदि वह आयुष्मान की पात्रता में है, तो उसका कार्ड बनाया जाएगा।


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