किसान मिट्टी के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें : खरे
जागरण संवाददाता, पानीपत : भूमि को बंजर होने से बचाने के लिए किसान मिट्टी के स्वास्थ्य के प
जागरण संवाददाता, पानीपत : भूमि को बंजर होने से बचाने के लिए किसान मिट्टी के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। अत्यधिक मात्रा में दवाई या खाद डालने से मिट्टी की सेहत बिगड़ी रही है। फसलों में जरूरत के मुताबिक कीटनाशक या खाद डालें। ये बातें जिला उपायुक्त डॉ. चंद्रशेखर खरे ने सोमवार को विश्व मृदा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए कही।
कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि एवं कल्याण विभाग की तरफ से उप निदेशक कार्यालय में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड वितरित किए गए। किसानों को कैशलेस लेनदेन के बारे में बताया गया। उपायुक्त ने कहा कि फसल के अवशेष जलाने से मिट्टी का स्वास्थ्य खराब होने के साथ ही वातावरण प्रदूषित होता है। किसान धान के अवशेष जलाने की बजाय आधुनिक मशीनों से गेहूं की बिजाई करें। फांस जलाने से मिट्टी में मौजूद मित्र कीट नष्ट हो जाते हैं, जिसका सीधा असर भूमि पर पड़ता है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल खराब होने पर मुआवजे का प्रावधान किया गया है। किसान सरकार की योजना का लाभ उठाएं।
उप निदेशक डॉ. चांदराम ने कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विभाग ने मिट्टी के 38 हजार नमूने लगने का लक्ष्य दिया था। जिले में लक्ष्य से पांच अधिक सैंपल लिए गए। किसानों से आग्रह है कि सॉयल हेल्थ कार्ड के मुताबिक फसल में खाद का प्रयोग करें। सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा ने आधुनिक यंत्रों पर दी जाने वाले अनुदान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कृषि यंत्रों पर सब्सिडी लेने के लिए 10 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन करें। सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डॉ. राजेश भारद्वाज, भूमि परीक्षण अधिकारी रवींद्र मलिक, कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजबीर गर्ग, डॉ. हरीराम मलिक ने किसानों को मिट्टी का स्वास्थ्य सुधारने के लिए प्रेरित किया।