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आयुर्वेद में बीपी-शुगर का इलाज बताएंगी आशा वर्कर

राष्ट्रीय आयुष मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत आयुष विभाग ने आशा वर्करों-एएनएम को प्रशिक्षण देना शुरू किया है। सात फरवरी तक 16 बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा।प्रशिक्षण का मुख्य उद्?देश्य योग और आयुर्वेद में गैर संचारी रोगों के उपचार का प्रचार-प्रसार करना है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 08:28 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 06:15 AM (IST)
आयुर्वेद में बीपी-शुगर का इलाज बताएंगी आशा वर्कर

आयुष अस्पताल में वर्करों को दी गई ट्रेनिग, 17 हेल्थ वेलनेस सेंटर भी खुलेंगे जागरण संवाददाता, पानीपत

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राष्ट्रीय आयुष मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत आयुष विभाग ने आशा वर्करों-एएनएम को प्रशिक्षण देना शुरू किया है। सात फरवरी तक 16 बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य योग और आयुर्वेद में गैर संचारी रोगों के उपचार का प्रचार-प्रसार करना है।

सिविल अस्पताल परिसर स्थित जिला आयुष अस्पताल में वरिष्ठ आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. अंजू फोगाट ने बताया कि खराब खानपान और दिनचर्या के कारण मधुमेह और रक्तचाप जैसे तमाम रोग बढ़ रहे हैं। त्वरित आराम के लिए मरीज एलोपैथिक मेडिसिन का सेवन करता है जबकि लंबे समय तक मेडिसिन सेवन से कई अन्य बीमारियां शरीर में जन्म ले लेती हैं। आयुर्वेदिक औषधियों और योग से बिना किसी नुकसान बीमारियों का इलाज संभव है। उन्होंने अन्नप्रासन, पंचकर्मा की भी जानकारी दी। डॉ. संजय ने बताया कि बराना, देहरा, हथवाला, किवाना, इसराना, कुराना, पाथरी, उरलाना कलां, कालखा, जोशी, अदियाना सहित 17 गांवों में आयुष विभाग के हेल्थ वेलनेस सेंटर बनने हैं।

सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। इनके खुलने पर आशा वर्कर-एएनएम का रोल अहम हो जाएगा। इस मौके पर डॉ. दिनेश बिद्रा, डॉ. नीलम गुर, डॉ. दिनेश दत्त और डॉ. सुरेश पाल मौजूद रहे।


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