अपने पैरों पर भी नहीं खड़ा हो पाया रावण, किसी सिरफिरे ने लगा दी आग
दहन को तैयार रावण के पुतला अभी खड़ा भी नहीं हो सका था। अचानक पुतला जल उठा। ऐसा क्या हुआ। फिर कैसे बनाया नया रावण, पढि़ए ये खबर। पानीपत में तो बिना कुंभकर्ण के जलेगा कुनबा।
जेएनएन, पानीपत: दशहरे पर रावण के पुतले के दहन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थीं। मेला सज चुका था। पुतले को भी मैदान के बीचोंबीच लाकर रख दिया गया था। बस इंतजार था तो पुतले को खड़े किए जाने का। इसी बीच पुतले में आग लग जाती है। कोई समझ पाता, तब तक पूरा पुतला खाक में मिल गया।
प्रदेश में रावण के पुतले को दहन से पहले ही असामाजिक तत्वों के द्वारा फूंके जाने के अलग-अलग मामले सामने आए है। ऐसे में आयोजकों को भारी नुकसान का खामियाजा उठाना पड़ा और दर्शकों को देखते हुए दोबारा रातों-रात पुतला तैयार करवाना पड़ा।
यमुनानगर में इस तरह लगी आग
यमुनानगर के सरस्वती नगर में करीब 120 फीट का पुतला तैयार था। उसे खड़ा किए जाने के लिए वेल्डिंग की जा रही थी। अचानक किसी की शरारत से एक चिंगारी पुतले पर आ गिरी। पुतले ने आग पकड़ ली और चंद सेकेंड में लपटें उठना शुरू हो गईं। जब तक आग बुझाई जाती, तब तक पूरा पुतला जलकर राख हो गया। पुतले में आतिशबाजी के लिए पटाखे भी लगे हुए थे। इसी वजह से आग तेजी से फैल गई।
पानीपत में जलाया कुंभकर्ण का पुतला।
कुंभकरण को भी नहीं छोड़ा
पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में अल सुबह तीन बजे के लगभग शरारती तत्वों ने कुंभकरण के पुतले को आग लगा दी। सनातन धर्म रामलीला कमेटी माडल टाउन द्वारा शिवाजी स्टेडियम में रावण दहन का आयोजन किया जाना है। बृहस्पतिवार की रात को शिवाजी स्टेडियम में रावण, मेघनाद, कुंभकरण के पुतले लगा दिए गए थे। रात ढ़ाई बजे तक कमेटी के कार्यकारिणी के सदस्य शिवाजी स्टेडियम मौजूद थे। उन्होंने लाइव वीडियो भी जारी किया था। उनके जाने के बाद रात तीन बजे के आसपास दो शरारती तत्व मोटर साइकिल से ग्राउंड में पहुंचे तथा कुंभकरण के पुतले को आग लगा दी। उस समय स्टेडियम का एक गेट खुला हुआ था। रात होने के कारण सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे थे।
पानीपत में अब मेघनाद और रावण के पुतले का होगा दहन
पानीपत में कुंभकरण का पुतला जलने के कारण दशहरा पर्व पर रावण तथा मेघनाद का पुतला ही जलाया जा सकेगा। दशहरा कमेटी प्रधान तरुण गांधी ने बताया कि शिवाजी स्टेडियम में पुलिस का कोई प्रबंध नहीं है। पुलिस उन्हीं दशहरा स्थल पर जा रही है, जहां अधिकारी तथा वीआइपी बुलाए जाते हैं। दशहरे के बाद इसकी शिकायत पुलिस को दी जाएगी।