आंगनबाड़ी केंद्रों को बिजली-पानी की दरकार
खंड के आंगनबाड़ी केंद्रों को बिजली और पानी की सख्त जरूरत है। 31 केंद्रों पर जहां पानी के कनेक्शन नहीं हैं। वहीं 32 का कनेक्शन खराब है। बिजली की सुविधा तो एक को छोड़कर किसी केंद्र पर नहीं है। सरकार की हिदायत के बाद जनस्वास्थ्य विभाग ने महिला एवं बाल विकास से नए और खराब पड़े कनेक्शन का डाटा ले लिया है। वहीं बिजली की ओर किसी का ध्यान नहीं है।
जागरण संवाददाता, समालखा : खंड के आंगनबाड़ी केंद्रों को बिजली और पानी की सख्त जरूरत है। 31 केंद्रों पर जहां पानी के कनेक्शन नहीं हैं। वहीं 32 का कनेक्शन खराब है। बिजली की सुविधा तो एक को छोड़कर किसी केंद्र पर नहीं है। सरकार की हिदायत के बाद जनस्वास्थ्य विभाग ने महिला एवं बाल विकास से नए और खराब पड़े कनेक्शन का डाटा ले लिया है। वहीं बिजली की ओर किसी का ध्यान नहीं है।
उल्लेखनीय है कि खंड में महिला एवं बाल विकास विभाग के 171 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें 70 केंद्र विभाग के अपने है। कस्बे में चल रहे 17 केंद्र किराये पर हैं तो शेष केंद्र पंचायती चौपाल, स्कूल आदि जगहों पर चल रहे हैं। कस्बे के 17 केंद्रों पर सभी मूलभूत सुविधाएं मौजूद है। बसाड़ा की पंचायत ने भी अपने केंद्रों पर पानी व बिजली की सुविधा दी है। शेष बचे 153 केंद्रों पर सुविधाओं का टोटा है। केंद्र पर आने वाले शून्य से छह साल के बच्चों सहित गर्भवती महिलाओं को मूलभूत सुविधाओं के अभाव में दिक्कत होती है।
139 केंद्रों पर पानी की व्यवस्था
खंड के 139 केंद्रों पर पानी के कनेक्शन हैं, जिनमें 32 खराब हैं। 31 केंद्रों पर पानी के कनेक्शन नहीं हैं। बिजली की सुविधा कस्बे को छोड़कर किसी भी केंद्रों पर नहीं है। पानी की सुविधा देने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने महिला एवं बाल विकास से डाटा लिया है।
बिजली के लिए नहीं कोई फंड: सीडीपीओ
कमला शर्मा का कहना है कि खंड के 10 केंद्रों पर बिजली कनेक्शन लेने के लिए कई साल पहले पांच हजार रुपये मिले थे। बिल भरे नहीं जाने के कारण बिजली अधिकारी मीटर उखाड़कर ले गए। अब सरकार ने सौर ऊर्जा प्लेट लगाने के लिए डाटा मंगवाया है। उपायुक्त के नेतृत्व में बनी जिला स्तरीय कमेटी केंद्रों पर सुविधाएं देने के लिए संबंधित विभाग से संवाद कर रही है।